मुंबई : बागेश्वर धाम धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री महाराज के मीरा भायंदर में होने वाले कार्यक्रम को लेकर पुलिस ने नोटिस जारी किया. कांग्रेस अंधविश्वास उन्मूलन समिति की शिकायत के बाद आयोजकों को सीआरपीसी की धारा 149 का नोटिस जारी किया गया. इसके अलावा उनके कार्यक्रम को होने से रोकने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई. हालांकि बॉम्बे हाई कोर्ट ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम को इजाजत दे दी है.
हाईकोर्ट ने सरकारी अधिवक्ता प्राजक्ता शिंदे के तर्क को स्वीकार कर लिया है. हाईकोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता नितिन सतपुते की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि यह याचिका केवल प्रचार के लिए दायर की गई. बॉम्बे हाई कोर्ट ने निर्देश दिया कि पुलिस को कानून का गंभीरता से पालन करना चाहिए.
जारी किया गया था नोटिस : इस नोटिस में कहा गया है कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति का आरोप है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज के पिछले कार्यक्रम में बागेश्वर धाम सरकार ने चमत्कार की बात कही, वे अंधविश्वास फैला रहे हैं, आर्थिक मनोवैज्ञानिक शोषण कर रहे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं. भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसी के तहत नोटिस जारी किया गया.
दो दिन का है कार्यक्रम : देशभर में चर्चा में रहने वाले मध्य प्रदेश के धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने मुंबई में दो दिनों तक दिव्य दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया है. धीरेंद्र शास्त्री महाराज दो दिन 18 और 19 को मिरारोड ईस्ट के सेंट्रल पार्क मैदान में दिव्य दर्शन देंगे.
विधायक ने भी किया विरोध : विधायक गीता जैन इस कार्यक्रम का विरोध करती नजर आ रही हैं. दो दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर कार्यक्रम रद्द करने की मांग की थी. इस कार्यक्रम का राज्य भर से वारकरी संप्रदाय और अंधविश्वास विरोधी समिति ने विरोध किया है.
आयोजन के पुख्ता इंतजाम : इस आयोजन के लिए आयोजकों ने बेहतरीन तैयारी की है, श्रद्धालुओं के बैठने के लिए 5000 गद्दे और मैदान में चार प्रवेश द्वार बनाए गए है. बागेश्वर बाबा कार्यक्रम में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इसमें तीन डीसीपी, 15 अधिकारी, एक सीआरपी टीम, एक एसआरपी. टीम में 80 से अधिक पुलिस कर्मी शामिल हैं.