वाराणसी : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. कार्यक्रम में पीएम मोदी समेत हजारों की संख्या में अति विशिष्ट, विशिष्ट अतिथि, साधु-संत और गणमान्य शामिल होंगे. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं. वाराणसी से 11 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की तीन टीमों की तैनाती की गई है. ये टीम केमिकल-बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर आपदा (CBRN) से निपटने के लिए सभी अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगी.
एक टीम सरयू तट पर करेगी निगरानी : कार्यक्रम में चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी. ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जाएगी. इसी कड़ी में वाराणसी से 11 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की तीन टीमें अयोध्या भेजी गईं हैं. इनमें से एक टीम अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगी. किसी भी तरह की केमिकल-बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एवं न्यूक्लियर आपदा से आसानी से निपटेगी. वहीं दूसरी टीम कोलैप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू (CSSR) से संबंधित आपदाओं से निपटने के लिए तैनात है. तीसरी टीम को सरयू नदी में रेस्क्यू मोटर बोट, गोताखोर, पैरामाडिक्स, लाइफ जैकेट के साथ तैनात किया गया है.
रिजर्व में रखी गई हैं कई टीमें : 11 एनडीआरएफ वाराणसी उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन अयोध्या से समन्वय स्थापित कर सभी टीमों की तैनाती की गई है. सभी टीम अत्याधुनिक राहत बचाव उपकरणों से सुसज्जित हैं. किसी भी प्रकार के आपदा के दौरान राहत बचाव ऑपरेशन को पूरा करने में सक्षम हैं. तीनों टीमों में विशेष प्रशिक्षित अधिकारी और रेस्क्यूर्स को अत्याधुनिक राहत बचाव उपकरणों के साथ लैस किया गया है. टीम में डॉक्टर, पैरामेडिक, विशेष रूप से प्रशिक्षित स्वान दस्ते को भी शामिल किया गया है. इसके अलावा वाराणसी, गोरखपुर एवं लखनऊ में भी एनडीआरएफ के अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर उनका भी उपयोग किया जा सके.
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