औरंगाबाद : एक बार फिर आरजेडी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने हिन्दू देवी देवाताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उन्होंने इस बार मां सरस्वती को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरस्वती को ब्राह्मण ग्रंथों में ब्रह्मा की पुत्री बताया गया है. फिर ब्रह्मा ने उन्हीं से शादी की. विधायक ने इस दौरान बीजेपी पर भी निशाना साधा. फतेहबहादुर ने इससे पहले मां दुर्गा के बारे में भी अपमानजनक बातें कहीं थीं.
'' हिन्दू ग्रंथों में लिखा हुआ है कि सरस्वती, ब्रह्मा की बेटी हैं. ब्रह्माजी का अपनी ही पुत्री पर नीयत खराब हो गयी थी. उन्होंने उनके साथ शादी कर ली. तो आप खुद समझ लीजिए कि पूजा किसका होता है? चरित्रवान का या चरित्रहीन का? वो भी चरित्रवान और चरित्रहीन वाला बात मैं नहीं बोल रहा हूं, ये संत कबीरदास ने कहा है. मैं उनकी कही बात को कह रहा हूं''- फतेह बहादुर सिंह, विधायक, आरजेडी, औरंगाबाद
'सावित्री बाई फूले की लगी स्कूलों में तस्वीर' : फतेह बहादुर सिंह ने ये बातें औरंगाबाद में कहीं. वे दाउदनगर में सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान फतेह बहादुर ने ये भी कहा कि विद्यालयों में सरस्वती की जगह सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगनी चाहिए. प्रार्थना सावित्रीबाई की होनी चाहिए और भारत सरकार को भारत रत्न भी देना चाहिए. यही नहीं महिला दिवस का नाम भी उन्हीं के नाम पर होना चाहिए.
विवादित बयान से सुलगी बिहार की सियासत : फतेह बहादुर के इस बयान के बाद पलटवार की प्रतिक्रिया शुरू हो गई. गिरिराज सिंह ने फतेह बहादुर को कहा कि हिन्दू देवी देवताओं को अपशब्द कह देना आसान है अगर दम है तो वो दूसरे धर्मों के बारे में टीका टिप्पणी करके देखें. वहीं मनोज झा ने इसे अभिव्यक्ति की आजादी बताया लेकिन ये भी कहा कि ऐसे बयानों को देते समय मर्यादा नहीं पार करनी चाहिए. मां दुर्गा के बाद सरस्वती को लेकर दिए गए विवादित बयानों से बिहार की सियासत फिर सुलग उठी है.
RJD-कांग्रेस ने की निंदा : फतेह बहादुर के बयान से पार्टी इत्तेफाक नहीं रखती है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि वह नास्तिक प्रवृत्ति के लोग हैं, जो इस तरीके का बयान दे रहे हैं. फतेह बहादुर को इससे परहेज करना चाहिए. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी राजद विधायक के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
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