ETV Bharat / bharat

Auli Snowfall: एक तरफ जोशीमठ के हालात डरा रहे, दूसरी तरफ औली के नजारे पर्यटकों को बुला रहे - औली के नजारे पर्यटकों को बुला रहे

अगर आपको पहाड़ लुभाते हैं तो औली चले आइए. औली का कुदरत ने बर्फ से ऐसा श्रृंगार किया है कि आप भी देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे. औली में हुई शानदार बर्फबारी के बाद जब सूर्य की किरणें जमीन पर पड़ी तो ये नजारा चांदी की चमक वाला हो गया. अब देर मत कीजिए. अपना बैग पैक कीजिए और औली चले आइए.

Auli Snowfall
औली के नजारे पर्यटकों को बुला रहे
author img

By

Published : Jan 21, 2023, 4:03 PM IST

औली के नजारे पर्यटकों को बुला रहे.

चमोली: जिले में हुई बर्फबारी के बाद आज चटक धूप खिलने से औली का नजारा देखते ही बन रहा है. चारों तरफ बर्फ ही बर्फ देखकर ऐसा लग रहा है मानो कुदरत ने औली को सफेद चादर मे लपेट लिया हो. औली में 4 फुट तक बर्फ जम गई है. सुनील गांव के पास क्वांण बैड से आगे सड़क पर बर्फ जमने से जोशीमठ औली मोटरमार्ग अवरुद्ध चल रहा है. हालांकि बीआरओ के द्वारा सड़क से बर्फ हटाने का कार्य जारी है. आज शाम तक औली की सड़क खुलने की उम्मीद जताई जा रही है.

औली बर्फबारी के बाद चांदी सी चमक रही: औली में जमकर हुई बर्फबारी से जहां पर्यटक और स्कीइंग प्रेमी खुश हैं. वहीं पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के चेहरों पर भी खुशी झलकी है. औली में स्कीइंग स्लोप पूरी तरह बर्फ से ढक गया है. आईटीबीपी, सेना और स्थानीय स्कीइंग खिलाड़ियों ने स्कीइंग का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है. पर्यटक भी स्कीइंग का मजा ले रहे हैं. जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव के बाद रोपवे प्लेटफॉर्म के आसपास आई दरारों के कारण रोपवे के संचालन पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा एहतियातन रोक लगाई गई है.

रोपवे पर रोक के कारण अब सड़क मार्ग से ही औली पहुंचा जा सकता है. हालांकि औली पहुचकर चेयर लिफ्ट कार का पर्यटक आनन्द ले सकते हैं. जोशीमठ में भू धंसाव की खबर के बाद पर्यटकों के द्वारा औली की बुकिंग कैंसिल करवाई गई थी. लेकिन पर्यटन के लिहाज से अभी औली पूरी तरह सुरक्षित है. लोगों को उम्मीद हैं कि बर्फबारी के बाद पर्यटक औली का रुख जरूर करेंगे.

कहां है औली: उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है औली. इसके चारों तरफ है. बर्फ से घिरी हिमालय की पहाड़ियां, शाहबलूत (oak) और देवदार के ऊंचे-ऊंचे पेड़, हरे-भरे घास के मैदान और पहाड़ों का ढलान जिसकी ऊंचाई 2 हजार 519 मीटर से 3 हजार 49 मीटर के बीच है. उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित औली, देश के सबसे फेमस स्कीइंग डेस्टिनेशन्स में से एक है. यह जगह लंबे समय से टूरिस्ट्स और एडवेंचर पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है. स्कीइंग करने के अलावा आप यहां नंदा देवी, माना पर्वत और कामत जैसे पर्वत श्रृंखलाओं को भी देख सकते हैं. सूर्य की सुनहरी किरणें जब बर्फ से ढकी इन पहाड़ियों पर पड़ती है तो उस नजारे को देखना किसी सपने के हकीकत में बदलने जैसा होता है.
ये भी पढ़ें: Joshimath Sinking: जोशीमठ औली रोपवे खतरे में, प्लेटफॉर्म के पास आई चौड़ी दरारें

कैसे पहुंचे औली ?: देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट औली का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है. जौलीग्रांट से औली 220 किलोमीटर दूर है. मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों से हर दिन नियमित फ्लाइट्स देहरादून आती हैं. यात्री एयरपोर्ट से बस या टैक्सी के जरिए आसानी से औली पहुंच सकते हैं. इसके अलावा देहरादून का एयरपोर्ट ऋषिकेश से महज 20 किलोमीटर दूर है. आप चाहें तो ऋषिकेश से भी औली जा सकते हैं. ऋषिकेश, औली से सड़क मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है.

औली के नजारे पर्यटकों को बुला रहे.

चमोली: जिले में हुई बर्फबारी के बाद आज चटक धूप खिलने से औली का नजारा देखते ही बन रहा है. चारों तरफ बर्फ ही बर्फ देखकर ऐसा लग रहा है मानो कुदरत ने औली को सफेद चादर मे लपेट लिया हो. औली में 4 फुट तक बर्फ जम गई है. सुनील गांव के पास क्वांण बैड से आगे सड़क पर बर्फ जमने से जोशीमठ औली मोटरमार्ग अवरुद्ध चल रहा है. हालांकि बीआरओ के द्वारा सड़क से बर्फ हटाने का कार्य जारी है. आज शाम तक औली की सड़क खुलने की उम्मीद जताई जा रही है.

औली बर्फबारी के बाद चांदी सी चमक रही: औली में जमकर हुई बर्फबारी से जहां पर्यटक और स्कीइंग प्रेमी खुश हैं. वहीं पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के चेहरों पर भी खुशी झलकी है. औली में स्कीइंग स्लोप पूरी तरह बर्फ से ढक गया है. आईटीबीपी, सेना और स्थानीय स्कीइंग खिलाड़ियों ने स्कीइंग का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया है. पर्यटक भी स्कीइंग का मजा ले रहे हैं. जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव के बाद रोपवे प्लेटफॉर्म के आसपास आई दरारों के कारण रोपवे के संचालन पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा एहतियातन रोक लगाई गई है.

रोपवे पर रोक के कारण अब सड़क मार्ग से ही औली पहुंचा जा सकता है. हालांकि औली पहुचकर चेयर लिफ्ट कार का पर्यटक आनन्द ले सकते हैं. जोशीमठ में भू धंसाव की खबर के बाद पर्यटकों के द्वारा औली की बुकिंग कैंसिल करवाई गई थी. लेकिन पर्यटन के लिहाज से अभी औली पूरी तरह सुरक्षित है. लोगों को उम्मीद हैं कि बर्फबारी के बाद पर्यटक औली का रुख जरूर करेंगे.

कहां है औली: उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है औली. इसके चारों तरफ है. बर्फ से घिरी हिमालय की पहाड़ियां, शाहबलूत (oak) और देवदार के ऊंचे-ऊंचे पेड़, हरे-भरे घास के मैदान और पहाड़ों का ढलान जिसकी ऊंचाई 2 हजार 519 मीटर से 3 हजार 49 मीटर के बीच है. उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित औली, देश के सबसे फेमस स्कीइंग डेस्टिनेशन्स में से एक है. यह जगह लंबे समय से टूरिस्ट्स और एडवेंचर पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है. स्कीइंग करने के अलावा आप यहां नंदा देवी, माना पर्वत और कामत जैसे पर्वत श्रृंखलाओं को भी देख सकते हैं. सूर्य की सुनहरी किरणें जब बर्फ से ढकी इन पहाड़ियों पर पड़ती है तो उस नजारे को देखना किसी सपने के हकीकत में बदलने जैसा होता है.
ये भी पढ़ें: Joshimath Sinking: जोशीमठ औली रोपवे खतरे में, प्लेटफॉर्म के पास आई चौड़ी दरारें

कैसे पहुंचे औली ?: देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट औली का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है. जौलीग्रांट से औली 220 किलोमीटर दूर है. मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे शहरों से हर दिन नियमित फ्लाइट्स देहरादून आती हैं. यात्री एयरपोर्ट से बस या टैक्सी के जरिए आसानी से औली पहुंच सकते हैं. इसके अलावा देहरादून का एयरपोर्ट ऋषिकेश से महज 20 किलोमीटर दूर है. आप चाहें तो ऋषिकेश से भी औली जा सकते हैं. ऋषिकेश, औली से सड़क मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.