बेंगलुरु : कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में बीते 31 मई को एक डॉक्टर पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.बता दें कि डॉक्टर पर तारिकेरे इलाके में उस समय हमसा हुआ था, जब वह काम से घर लौट रहे थे. उन पर हथियारों से हमला किया गया था.
मामले में पुलिस ने चार आरोपियों - वेणु, नितिन, वेंकटेश और चंद्रशेखर को कथित तौर पर इस कृत्य को करने और बच्चे की मौत के विरोध में डॉक्टर की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
दरअसल, अज्जमपुरा के थडगा गांव का एक लड़का भुवन (09) बुखार से पीड़ित था. माता-पिता ने डॉ. दीपक से सलाह ली. इसके बाद उसे आगे के इलाज के लिए शिवमोग्गा भेज दिया गया.
मामले में आईएमए ने असम के होजई जिले में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को हिंसा के तनाव में काम करना मुश्किल हो रहा है.
आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने कहा है कि हेल्थकेयर हिंसा पूरे देश में एक खतरनाक घटना बन गई है. समस्या का वास्तविक आकार काफी हद तक अज्ञात है.
उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में असम, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान सहित चार अलग-अलग राज्यों में डॉक्टरों पर हमले की कम से कम चार घटनाएं हुई हैं.
डॉ जयलाल ने गृह मंत्री शाह को लिखे अपने पत्र में कहा कि भारत को स्वास्थ्य देखभाल हिंसा के खिलाफ एक व्यापक, समान और प्रभावी कानून की आवश्यकता है. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया स्वास्थ्य देखभाल हिंसा के खिलाफ एक प्रभावी और कार्रवाई करें.
चिकित्सा पेशा बाकी व्यवसायों से अलग होने के कारण, विशेष रूप से स्वास्थ्य पेशेवरों और श्रमिकों के लिए हिंसा के खिलाफ एक मजबूत कार्रवाई करना आवश्यक हो जाता है.
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बता दें कि 29 मई को शिवमोग्गा अस्पताल में लड़के की मौत हो गई. इसी पृष्ठभूमि में लड़के के परिजनों ने डॉ. दीपक के खिलाफ नाराजगी जताई और उन पर हमला किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि लड़के की मौत इसलिए हुई क्योंकि डॉक्टर ने उसे ओवरडोज का इंजेक्शन दिया था. बदला लेने के लिए उन्होंने डॉक्टर के साथ मारपीट की. दीपक खतरे से बाहर है और तारिकेरे पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि डॉक्टरों के साथ मारपीट की एक अन्य घटना असम में सामने आई जहां एक मरीज के परिजनों ने डॉक्टर को बेरहमी से पीट डाला. जिस मामले में बुधवार को 24 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं दूसरी ओर इसको लेकर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) के डॉक्टरों ने भी घटना की जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं.
असम के होजाई में हुई इस घटना पर पुलिस ने कहा कि वे मामले में जल्द एक पुख्ता आरोप पत्र दाखिल करेंगे, ताकि मंगलवार को उडाली कोविड देखभाल केन्द्र में डॉ. सीयूज कुमार सेनापति के साथ की कई कथित मारपीट के मामले में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जा सके.
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असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को बताया कि होजाई जिले में एक चिकित्सक के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सरमा ने ट्वीट किया, बर्बर हमले के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आरोपपत्र जल्द दाखिल किया जाएगा. मैं खुद जांच पर नजर बनाए हूं और वादा करता हूं कि कानून के तहत न्याय किया जाएगा.