चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ( Punjab Police ) ने राज्य में हिंसा को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों और पंजाब के मुख्यमंत्री (Punjab Chief Minister) कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) को जान से मारने की धमकी (assassination threat ) देने के आरोप में आईएसआई समर्थित खालिस्तान विचारधारा को बढ़ावा देने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) के खिलाफ एफआर दर्ज की गई.
इस मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice ) और इसके स्वयंभू जनरल काउंसल द्वारा पंजाब में किसी भी अराजकता पैदा करने के प्रयास का उनकी सरकार की पूरी ताकत से मुकाबला करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसी को भी पंजाब की शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं है. कोई भी लोगों को आतंकवाद के रास्ते पर ना ले जाए, जिसमें पहले ही हजारों लोगों की जान जा चुकी है. सीएम ने कहा कि गुरुओं की यह धरती हमेशा से ही शांति और मानवता के सिद्धांत पर चली है.
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि SFJ ने पंजाब की शांति को भंग कर दिया और हमारे लोगों को फिर से आतंकवाद के दिनों के अंधेरे झोंक दिया, जिसने हजारों निर्दोष लोगों की जान ले ली. हम SFJ के विभाजनकारी कृत्यों का मुंहतोड़ जवाब देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पन्नू एक बार फिर नफरत, विभाजन और दयनीय प्रयासों को बढ़ावा दे रहे हैं. धर्म के नाम पर हिंसा को पंजाब और भारत के लोगों द्वारा पहले से ही दृढ़ता से खारिज कर दिया गया है.
सीएम ने कहा कि सभी राजनीतिक नेताओं और दलों (All political leaders and parties) ने एक अलग राष्ट्र के लिए पन्नू के पाक आईएसआई द्वारा वित्त पोषित अभियान की निंदा की थी.
मुख्यमंत्री का बयान उस समय आया है, जब पंजाब पुलिस ने एसएफजे नेता के खिलाफ एसएफजे के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के जरिए हत्या की धमकी जारी करने के लिए सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की.
पढ़ें - जलियांवाला बाग के पुनर्निर्माण पर सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि क्या हटा दिया गया'
28 अगस्त को पोस्ट किए गए वीडियो की प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए, डीजीपी ने कहा कि उक्त वीडियो स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री के खिलाफ एक आपराधिक साजिश का सुझाव देता है, जिसे वीडियो में बंदूक से गोलियों से निशाना बनाते हुए दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि पूरी साजिश का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जा रही है.
गौरतलब है कि एसएफजे ने जुलाई में हिमाचल के मुख्यमंत्री (chief minister of himachal pradesh) जय राम ठाकुर (Jai Ram Thakur) के खिलाफ धमकी जारी की थी. धमकी ने दावा किया था कि संगठन हिमाचल के मुख्यमंत्री को स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने (the national flag on the Independence Day) की अनुमति नहीं देगा. हिमाचल पुलिस ने तब पन्नू के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.