जोरहाट : असम में सात नाबालिग लड़कियों को दलाल के चंगूल से बचाया गया. सभी लड़कियों को जोरहाट के राष्ट्रीय राजमार्ग से ले जाते वक्त पुलिस ने बचाया. बताया जा रहा है कि इन लड़कियों को एक निजी बस के जरिये बुधवार की रात को गुवाहाटी ले जाया जा रहा था. रेस्क्यू करायी गईं लड़कियां अरुणाचल प्रदेश के नामसाई से हैं. जोरहाट के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम ने कार्रवाई करते हुए बस की तलाशी ली तो उसमें लड़कियों के बारे में उन्हें पता चला और अपने कब्जे में ले लिया.
जानकारी के मुताबिक, असम पुलिस को मानव तस्करी की खबर मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस की एक टीम ने जोरहाट के राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाकाबंदी कर तलाशी ली. इस दौरान दीप ट्रैवल्स नामक नाइट कोच बस वहां पहुंची, जिसकी तलाशी लेने पर उसमें सात लड़कियों के बारे में पता चला. उनसे पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि रूपरेखा शर्मा नाम की महिला ने उनके बस का टिकट कराया है और पिंकी कर्माकर के साथ वो गुवाहाटी जा रही हैं. पुलिस ने लड़कियों को अपने कब्जे में लेने के साथ पिंकी कर्माकर को हिरासत में ले ली.
प्राथमिक जांच से पुलिस को संदेह है कि लड़कियों को ले जाने के पीछे मानव तस्करी गिरोह का हाथ है. परिवारों को बहला-फूसला कर उनकी लड़कियों को राज्य से बाहर ले जाने की कोशिश की जा रही थी. बहरहाल, पिंकी से पुलिस पूछताछ कर रही है. इस मामले में पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.