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असम में तीन दिन का राजकीय शोक, प्रत्येक मृतक के परिवार को मिलेगा 50 लाख : सीएम सरमा

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के सोमवार को अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 80 अन्य घायल हो गए.

सरमा ने सिलचर में मंगलवार को पांचों पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की
सरमा ने सिलचर में मंगलवार को पांचों पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की
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Published : Jul 27, 2021, 1:36 PM IST

Updated : Jul 27, 2021, 3:12 PM IST

गुवाहाटी: असम सरकार ने मिजोरम के साथ सीमा विवाद को ले कर हुए संघर्ष में पांच पुलिसकर्मियों और एक आम नागरिक की मौत पर मंगलवार से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की. एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्र ध्वज आधा झुका रहेगा और सार्वजनिक मनोरंजन के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे.

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के सोमवार को अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 80 अन्य घायल हो गए. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा से बातचीत की और विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने की उनसे अपील की. असम सरकार ने सोमवार को एलान किया था कि मिजोरम के साथ सीमा पर संघर्ष में मारे गए पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी और घायलों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं, सरकार ने घायल एसपी को इलाज के लिए मुंबई भेजा है.

  • #UPDATE | Assam Govt announces 3-day state mourning as a mark of respect to the five police personnel & one civilian who lost their lives in Assam-Mizoram border clashes yesterday https://t.co/I0JN8eu2g8

    — ANI (@ANI) July 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने ट्वीट किया कि असम पुलिस के वीर कर्मियों की मौत से हम बेहद शोकाकुल है. मैं सिलचर पुलिस अधीक्षक कार्यालय गया था और मैंने वहां पांचों शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को सलाम करता हूं. इससे पहले वह सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गए और उन्होंने संघर्ष में घायल पुलिकर्मियों से मुलाकात की.

असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़प पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह आरक्षित वन क्षेत्र है. सैटेलाइट इमेजिंग की मदद से आप देख सकते हैं कि अतिक्रमण कैसे हुआ है. असम सरकार ने भी इस पर एक (कानून) मुकदमा दायर करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. यह दो राज्यों के बीच सीमा विवाद है. यह लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद है. उस समय भी विवाद था जब दोनों तरफ कांग्रेस की सरकार थी. यह दो राज्यों के बीच का विवाद है, दो राजनीतिक दलों के बीच नहीं है.

सरमा ने कहा कि सीमा पर जब गोलीबारी हो रही थी तब मैंने मिजोरम के मुख्यमंत्री को छह बार फोन किया. उन्होंने 'सॉरी' कहा और मुझे आइजोल में बातचीत के लिए बुलाया. हमारी जमीन का एक इंच भी कोई नहीं ले सकता. हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

पढ़ें: Assam mizoram dispute: असम-मिजोरम सीमा पर फायरिंग, 6 जवानों की मौत, 80 लोग जख्मी

सरमा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि घायल अधिकारियों से मुलाकात करने एसएमसीएच गया था और चिकित्सकों से उन्हें सर्वोत्तम उपचार मुहैया कराने को कहा. गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता के साथ एयर एंबुलेंस के जरिए उच्च स्तरीय उपचार के लिए भेजने को कहा. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अंतर राज्यीय सीमा पर भी जा सकते हैं जहां हालात ‘‘तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं.

पीटीआई-भाषा

गुवाहाटी: असम सरकार ने मिजोरम के साथ सीमा विवाद को ले कर हुए संघर्ष में पांच पुलिसकर्मियों और एक आम नागरिक की मौत पर मंगलवार से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की. एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्र ध्वज आधा झुका रहेगा और सार्वजनिक मनोरंजन के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे.

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के सोमवार को अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 80 अन्य घायल हो गए. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा से बातचीत की और विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने की उनसे अपील की. असम सरकार ने सोमवार को एलान किया था कि मिजोरम के साथ सीमा पर संघर्ष में मारे गए पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी और घायलों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं, सरकार ने घायल एसपी को इलाज के लिए मुंबई भेजा है.

  • #UPDATE | Assam Govt announces 3-day state mourning as a mark of respect to the five police personnel & one civilian who lost their lives in Assam-Mizoram border clashes yesterday https://t.co/I0JN8eu2g8

    — ANI (@ANI) July 27, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने ट्वीट किया कि असम पुलिस के वीर कर्मियों की मौत से हम बेहद शोकाकुल है. मैं सिलचर पुलिस अधीक्षक कार्यालय गया था और मैंने वहां पांचों शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को सलाम करता हूं. इससे पहले वह सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गए और उन्होंने संघर्ष में घायल पुलिकर्मियों से मुलाकात की.

असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़प पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह आरक्षित वन क्षेत्र है. सैटेलाइट इमेजिंग की मदद से आप देख सकते हैं कि अतिक्रमण कैसे हुआ है. असम सरकार ने भी इस पर एक (कानून) मुकदमा दायर करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. यह दो राज्यों के बीच सीमा विवाद है. यह लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद है. उस समय भी विवाद था जब दोनों तरफ कांग्रेस की सरकार थी. यह दो राज्यों के बीच का विवाद है, दो राजनीतिक दलों के बीच नहीं है.

सरमा ने कहा कि सीमा पर जब गोलीबारी हो रही थी तब मैंने मिजोरम के मुख्यमंत्री को छह बार फोन किया. उन्होंने 'सॉरी' कहा और मुझे आइजोल में बातचीत के लिए बुलाया. हमारी जमीन का एक इंच भी कोई नहीं ले सकता. हम अपने क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

पढ़ें: Assam mizoram dispute: असम-मिजोरम सीमा पर फायरिंग, 6 जवानों की मौत, 80 लोग जख्मी

सरमा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि घायल अधिकारियों से मुलाकात करने एसएमसीएच गया था और चिकित्सकों से उन्हें सर्वोत्तम उपचार मुहैया कराने को कहा. गंभीर रूप से घायल पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता के साथ एयर एंबुलेंस के जरिए उच्च स्तरीय उपचार के लिए भेजने को कहा. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अंतर राज्यीय सीमा पर भी जा सकते हैं जहां हालात ‘‘तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं.

पीटीआई-भाषा

Last Updated : Jul 27, 2021, 3:12 PM IST
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