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असम में बाढ़ का कहर : 57000 लोग प्रभावित, बचाव कार्य में लगी सेना - हफलॉन्ग फ्लड 2022 न्यूज

असम के सात जिलों में बाढ़ से करीब 57000 लोग प्रभावित हुए हैं (Assam flood). सेना, अर्धसैनिक बलों, एसडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत कार्य में लगी हुई हैं.

असम में बाढ़ का कहर , Assam flood 2022
असम में बाढ़ का कहर , Assam flood 2022
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Published : May 16, 2022, 9:38 AM IST

Updated : May 16, 2022, 3:10 PM IST

गुवाहाटी (असम) : पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ़ से सात जिलों में लगभग 57,000 लोग प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों से पता चला है कि बाढ़ की इस लहर में 15 राजस्व मंडलों के अंतर्गत लगभग 222 गांव प्रभावित हैं और लगभग 10321.44 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है. असम में इस प्राकृतिक आपदा के दौरान एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

देखिए वीडियो

बाढ़ से अब तक कुल 202 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, 1,434 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. सेना, अर्धसैनिक बलों, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं ने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान चलाया. होजई, लखीमपुर और नागांव जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गईं. लगातार बारिश के कारण शनिवार को दीमा हसाओ जिले के 12 गांवों में भूस्खलन हो गया.

बड़े पैमाने पर भूस्खलन और जलभराव के कारण इस पहाड़ी इलाके में रेलवे ट्रैक, पुलों और सड़क संचार को भारी नुकसान हुआ है. लुमडिंग डिवीजन के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में कई स्थानों पर लगातार बारिश, भूस्खलन और जलभराव को देखते हुए, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने ट्रेन सेवाओं में बदलाव किया.हालांकि एनएफ रेलवे ने एक आधिकारिक बयान में कहा, दो ट्रेनें फंस गईं जिनमें से प्रत्येक में लगभग 1400 यात्री थे. रेलवे ने वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), असम राइफल्स और स्थानीय लोगों की मदद से बड़े पैमाने पर निकासी अभियान शुरू किया.

पढ़ें- असम में भूस्खलन से तीन की मौत, कई लापता

रेलवे ने एक बयान में कहा कि दितोकचेरा स्टेशन पर फंसे लगभग 1,245 रेल यात्रियों को बदरपुर और सिलचर लाया गया है. 119 यात्रियों को भारतीय वायु सेना ने सिलचर पहुंचाया है. रेलवे फंसे हुए यात्रियों को बचाने के प्रयास में स्वच्छता का ध्यान रख रहा है और प्रत्येक यात्री के लिए चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कर रहा है. उन्हें खाना-पीना भी मुहैया कराया गया है.

(ANI)

गुवाहाटी (असम) : पूर्वोत्तर राज्य असम में बाढ़ से सात जिलों में लगभग 57,000 लोग प्रभावित हुए हैं. आंकड़ों से पता चला है कि बाढ़ की इस लहर में 15 राजस्व मंडलों के अंतर्गत लगभग 222 गांव प्रभावित हैं और लगभग 10321.44 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि बाढ़ के पानी में डूब गई है. असम में इस प्राकृतिक आपदा के दौरान एक बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

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बाढ़ से अब तक कुल 202 घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, 1,434 जानवर भी प्रभावित हुए हैं. सेना, अर्धसैनिक बलों, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं ने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान चलाया. होजई, लखीमपुर और नागांव जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गईं. लगातार बारिश के कारण शनिवार को दीमा हसाओ जिले के 12 गांवों में भूस्खलन हो गया.

बड़े पैमाने पर भूस्खलन और जलभराव के कारण इस पहाड़ी इलाके में रेलवे ट्रैक, पुलों और सड़क संचार को भारी नुकसान हुआ है. लुमडिंग डिवीजन के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में कई स्थानों पर लगातार बारिश, भूस्खलन और जलभराव को देखते हुए, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने ट्रेन सेवाओं में बदलाव किया.हालांकि एनएफ रेलवे ने एक आधिकारिक बयान में कहा, दो ट्रेनें फंस गईं जिनमें से प्रत्येक में लगभग 1400 यात्री थे. रेलवे ने वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), असम राइफल्स और स्थानीय लोगों की मदद से बड़े पैमाने पर निकासी अभियान शुरू किया.

पढ़ें- असम में भूस्खलन से तीन की मौत, कई लापता

रेलवे ने एक बयान में कहा कि दितोकचेरा स्टेशन पर फंसे लगभग 1,245 रेल यात्रियों को बदरपुर और सिलचर लाया गया है. 119 यात्रियों को भारतीय वायु सेना ने सिलचर पहुंचाया है. रेलवे फंसे हुए यात्रियों को बचाने के प्रयास में स्वच्छता का ध्यान रख रहा है और प्रत्येक यात्री के लिए चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कर रहा है. उन्हें खाना-पीना भी मुहैया कराया गया है.

(ANI)

Last Updated : May 16, 2022, 3:10 PM IST
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