नागांव: असम की एसआई जूनमोनी राभा (Junmoni Rabha) की रहस्यमय हालात में मौत मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. शनिवार को एक प्रेस मीट में डीजीपी जीपी सिंह ने कहा, 'जनता की मांग के कारण मामला सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया गया है. मैंने घटना के विवरण को देखा और असम सरकार से मामले को सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया.'
वहीं एक प्रमुख घटनाक्रम में नागांव की एसपी लीना डोले और लखीमपुर के एसपी बेदांता माधव राजखोवा का भी तबादला कर दिया गया है. डीजीपी सिंह ने प्रेस मीट में इसकी जानकारी दी.
गौरतलब है कि एसआई जूनमोनी राभा को लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता था. 16 मई की रात करीब 2.30 बजे नागांव जिले के जाखलाबंधा इलाके में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी. घटना उस समय हुई जब उनकी कार एक कंटेनर ट्रक से टकरा गई. लेकिन जूनमोनी राभा की मां ने दावा किया कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि एक पूर्व नियोजित हत्या थी. असम के लोगों, विभिन्न संगठनों और विपक्षी दलों ने भी घटना की सीबीआई जांच की मांग की. शुरुआत में इस मामले की जांच असम सीआईडी कर रही थी.
गौरतलब है कि नागांव और लखीमपुर जिले के चार पुलिस अधिकारियों को 19 मई को रिजर्व क्लोजर बनाया गया था. इनमें एएसपी (अपराध) नागांव रूपज्योति कलिता, नागांव सदर के ओसी मनोज राजबंशी, उत्तरी लखीमपुर थाना भास्कर कलिता के ओसी और नौबोइचा पुलिस चौकी के एसआई संजीव बोरा शामिल हैं. एसआई जूनमोनी राभा की मौत के मामले में सीआईडी द्वारा इन पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की गई थी. पहले लखीमपुर-रूना नियोग के एसपी का भी तबादला आदेश दिया गया.
अधिकारियों के मुताबिक, दो जिलों नागांव और लखीमपुर की पुलिस मामले में जांच कर रही है. असम पुलिस उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है जिनका नाम इस मामले में सामने आया है.
गौरतलब है कि नागांव जिले के मोरीकोलांग थाना के ओसी जूनमोनी राभा ने नकली सोने के रैकेट का भंडाफोड़ किया था. इस मामले के बाद जूनमोनी राभा ने लखीमपुर जिले के अज़गर अली नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो कथित रूप से नकली सोने के रैकेट का मास्टरमाइंड है. लेकिन बाद में पता चला कि जूनमोनी राभा ने लखीमपुर में प्रवेश करने और आरोपी अज़गर अली को गिरफ्तार करने से पहले लखीमपुर पुलिस को सूचित नहीं किया था.
अजगर अली की गिरफ्तारी के बाद उसकी मां अमीना खातून ने लखीमपुर में एसआई जूनमोनी राभा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि अजगर अली को रिहा करने के लिए जूनमोनी राभा ने बड़ी रकम की मांग की थी. इस प्राथमिकी के बाद जूनमोनी राभा के खिलाफ उगाही का मामला दर्ज किया गया था. इसी बीच सड़क हादसे में जूनमोनी राभा की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई.
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