गुवाहाटी: मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं पर हुए जुल्म के वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में गुस्सा है. इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सभी राजनीतिक दलों विशेषकर विपक्ष से मणिपुर की परेड घटना का राजनीतिकरण नहीं करने की अपील की है. डॉ सरमा की यह प्रतिक्रिया शुक्रवार को दिसपुर में कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आई है.
मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस द्वारा भाजपा पर निशाना साधने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मणिपुर की घटना की निंदा करते हैं लेकिन कांग्रेस को मणिपुर को लेकर हमें निशाना नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में बार-बार मणिपुर का नाम नहीं लिया जाना चाहिए, जहां भीड़ ने दो महिलाओं के कपड़े उतारकर उनकी परेड कराई. मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि हमने इस घटना पर खेद जताया है.
सीएम सरमा ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं नहीं होतीं है. मुख्यमंत्री ने कहा, 'इस घटना पर राज्य को अपमानित नहीं किया जाना चाहिए. घटना में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और इस कृत्य के लिए दंडित किया जाना चाहिए लेकिन इस घटना को लेकर मणिपुर या पूरे पूर्वोत्तर को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. ऐसी घटनाएं कांग्रेस शासित राज्यों में भी रोजाना हो रही हैं.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि मणिपुर सरकार को इस घटना पर मजबूत आरोप पत्र दाखिल करना चाहिए ताकि अदालत दोषियों को सख्त से सख्त सजा दे सके. इसके साथ ही सरमा ने मणिपुर घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल में प्रतिदिन कितने बलात्कार होते हैं. ममता बनर्जी लंबे समय से मुख्यमंत्री हैं लेकिन क्या उनके शासन में पश्चिम बंगाल में बलात्कार खत्म हो गए?
हिमंत बिस्वा सरमा ने विपक्ष से इस घटना को राजनीतिक हथियार के रूप में न लेने की अपील की. उन्होंने आग्रह किया, 'इस घटना में भाजपा का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है, टीएमसी के लोग शामिल नहीं हैं लेकिन इसे राजनीतिक मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है?'