मुंबई : भारतीय किसान यूनियन (Bharitya kisan Union) के नेता राकेश टिकैत सहित सैकड़ों किसानों और उनके नेताओं ने अस्थियों वाले कलशों के साथ दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गेटवे ऑफ इंडिया तक तक एक जुलूस निकाला.
वाहन पर रखे जाने से पहले कलशों पर आजाद मैदान में पुष्पांजलि अर्पित की गई. यात्रा को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई. संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा (एसएसकेएम) के बैनर तले आयोजित किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए किसान और नेता मैदान में एकत्र हुए थे.
जुलूस के गेटवे आफ इंडिया पहुंचने के बाद, चुनिंदा किसान कलशों के साथ एक नाव पर सवार हुए और मंत्रोच्चारण के बीच उन्हें बीच समुद्र में विसर्जित किया. एसएसकेएम की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि लखीमपुर खीरी घटना में जान गंवाने वाले किसानों की शहीद कलश यात्रा 27 अक्टूबर को पुणे से शुरू हुई और महाराष्ट्र के 30 से अधिक जिलों से गुजरी.
शहीद कलश यात्रा 27 नवंबर को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, मुंबई में बाबासाहेब आंबेडकर की चैत्य भूमि, शहीद बाबू जेनू स्मारक और महात्मा गांधी की प्रतिमा तक भी पहुंची. संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा के अशोक धवले ने कहा कि यह यात्रा रविवार को 1950 के दशक के संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के 106 शहीदों के स्मारक हुतात्मा चौक भी पहुंची.
उन्होंने बताया कि शहीदों की अस्थियां एक विशेष कार्यक्रम में गेटवे ऑफ इंडिया के पास अरब सागर में विसर्जित की गईं. पिछले महीने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा में आठ लोग मारे गए थे.
मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे, जिन्हें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का स्वागत करने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे वाहनों से कथित तौर पर कुचल दिया गया था. अन्य चार में भाजपा कार्यकर्ता, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा का चालक और एक निजी टेलीविजन चैनल के लिए काम करने वाला एक पत्रकार था.
(पीटीआई-भाषा)