हैदराबाद: हैदराबाद का अनोखा त्योहार आषाढ़ बोनालु महोत्सव गुरुवार भव्यता के साथ शुरू किया जाएगा. त्योहार के लिए हैदराबाद और सिकंदराबाद जुड़वां शहरों में मंदिरों को खूबसूरती से सजाया गया है. सबसे पहले गोलकोंडा बोनालू से इस फेस्टिवल की धमाकेदार शुरुआत होने जा रही है. मंत्री इंद्रकरण रेड्डी, तलसानी श्रीनिवास यादव और महमूद अली दोपहर में लंगर हाउस में आयोजित टैंकों के जुलूस में भाग लेंगे और सरकार की ओर से देवी को रेशम के कपड़े भेंट करेंगे.
लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सरकार ने हर तरह की व्यवस्था की है. आषाढ़ बोनालू उत्सव से भाग्यनगर को एक माह के लिए आध्यात्मिक सौंदर्य मिलेगा. बोनालु एक अनोखा सांस्कृतिक उत्सव है जो लोगों के दिलों में गहरा महत्व रखता है. यह परंपरा और स्त्री शक्ति से गहराई से जुड़ा हुआ त्योहार है, जहां महिलाएं केंद्रीय भूमिका निभाती हैं.
'बोनम' शब्द एक बंधन, पारिवारिक संबंधों और श्रद्धा में निहित संबंध का प्रतीक है. महिलाएं, अत्यधिक भक्ति के साथ, मिट्टी या तांबे के बर्तनों में चावल, दूध और दही से युक्त पवित्र बोनम प्रसाद तैयार करती हैं, जो दिव्य मां अम्मा को समर्पित है. मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने कहा कि सरकार ने इस साल बोनालू उत्सव के आयोजन के लिए 15 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं.
सभी विभागों के समन्वय से समारोह को भव्य तरीके से आयोजित किया जायेगा. आज गोलकुंडा में आषाढ़ बोनालू शुरू होगा, 9 जुलाई को सिकंदराबाद महानकली बोनालू, 16 जुलाई को पुराने शहर में बोनालू और 17 जुलाई को संयुक्त मंदिरों के तत्वावधान में पूरे शहर में जुलूस निकाले जाएंगे. लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए उचित व्यवस्थाएं की जा रही हैं.