ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पांचवें शव को निकाल लिया गया. शुक्रवार से ही ढूंढने का अभियान चलाया गया था. घटना के वक्त हेलिकॉप्टर में 5 लोग सवार थे. 4 शव पहले ही बरामद किये जा चुके थे. वहीं, बताया गया है कि दुर्घटना से पहले, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से संपर्क किया गया था. इस हादसे में सैन्य अधिकारी मेजर विकास भाम्भु , मेजर मुस्तफा बोहारा, के.वी. अश्विन, बिरेश सिंन्हा, रोहिताश्व कुमार की मौत हुई है.
इसमें तकनीकी या यांत्रिक विफलता की बात कही गयी थी. यह जांच का विषय है. दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है. सेना के मुताबिक, दुर्घटना की जांच के लिए गठित कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का मुख्य फोकस इसी तकनीकी खराबी पर होगा. कहा गया है कि उड़ान संचालन के लिए मौसम अच्छा था. पायलटों के पास एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (वेपन सिस्टम इंटीग्रेटेड) पर 600 से अधिक संयुक्त उड़ान घंटे और उनके बीच 1800 से अधिक सेवा उड़ान घंटे थे. विमान को जून 2015 में सेवा में शामिल किया गया था. इस दुर्घटना पर भारतीय सेना ने गहरी संवेदना व्यक्त की है.
-
Prior to the crash, the Air Traffic Control (ATC) had received a May Day call suggesting a technical or mechanical failure. This will form the focus of the Court of Inquiry, which has been immediately constituted to investigate the causes of the accident.
— ANI (@ANI) October 22, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Prior to the crash, the Air Traffic Control (ATC) had received a May Day call suggesting a technical or mechanical failure. This will form the focus of the Court of Inquiry, which has been immediately constituted to investigate the causes of the accident.
— ANI (@ANI) October 22, 2022Prior to the crash, the Air Traffic Control (ATC) had received a May Day call suggesting a technical or mechanical failure. This will form the focus of the Court of Inquiry, which has been immediately constituted to investigate the causes of the accident.
— ANI (@ANI) October 22, 2022
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में शुक्रवार को सुबह सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. हेलीकॉप्टर में 5 लोग सवार थे. सभी की इस हादसे में मौत हो गयी. सभी सैनिकों के शवों को निकाल लिया गया है. सेना के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. चार सैन्यकर्मियों के शव शुक्रवार को ही चीन से लगी सीमा से 35 किलोमीटर की दूरी पर घने जंगल से बरामद किये गये थे. प्रवक्ता ने कहा कि हादसे के कारण का अभी पता नहीं चल सका है.
-
Arunachal Pradesh chopper crash yesterday | Search and rescue mission concludes with the recovery of the fifth and last body: Defence PRO, Tezpur pic.twitter.com/LqRcKnLXF9
— ANI (@ANI) October 22, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Arunachal Pradesh chopper crash yesterday | Search and rescue mission concludes with the recovery of the fifth and last body: Defence PRO, Tezpur pic.twitter.com/LqRcKnLXF9
— ANI (@ANI) October 22, 2022Arunachal Pradesh chopper crash yesterday | Search and rescue mission concludes with the recovery of the fifth and last body: Defence PRO, Tezpur pic.twitter.com/LqRcKnLXF9
— ANI (@ANI) October 22, 2022
ये भी पढ़ें- अरुणाचल प्रदेश के सियांग में सेना का रुद्र हेलीकॉप्टर क्रैश, 4 शव बरामद
एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) डब्ल्यूएसआई पर दो पायलट समेत पांच सैन्यकर्मी नियमित उड़ान के तहत सवार थे. अधिकारी ने बताया कि घटना जिला मुख्यालय टूटिंग से 25 किलोमीटर दूर मिगिंग के पास सिंगिंग में पूर्वाह्न करीब 10 बजकर 43 मिनट पर हुई. सेना के हेलीकॉप्टर को एचएएल रुद्र के नाम से भी जाना जाता है, जिसने निचले सियांग जिले के लिकाबाली से उड़ान भरी थी. शहीदों में से के. वी. अश्विन केरल के कासरगोड निवासी थे. सैन्य अधिकारियों ने उनके पिता के मोबाइल फोन पर फोन कर उनकी मौत की जानकारी दे दी. चार साल पहले, अश्विन इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल विभाग में एक इंजीनियर के रूप में सेना में शामिल हुए. वह एक महीने पहले छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौटे थे. अश्विन का पार्थिव शरीर रविवार को उनके पैतृक घर लाया जाएगा.