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बाहरी और आंतरिक सभी खतरों का मुकाबला करेगी सेना : लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती

लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती ने यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में एक पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद, भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की 'बढ़ती महत्वपूर्ण भूमिका' की सराहना की और कहा कि उन्होंने पेशे की 'मुश्किल प्रकृति' के बावजूद अपना साहस साबित किया है.

Lt Gen Mohanty
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Published : Nov 20, 2021, 4:05 PM IST

चेन्नई : उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती ने शनिवार को कहा कि दुश्मन झूठे बहाने से प्रभुत्ववादी साजिशों के साथ यथास्थिति बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन भारतीय सेना को सभी बाहरी और आंतरिक खतरों का मुकाबला करना चाहिए और वह करेगी.

लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती ने यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में एक पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद, भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की 'बढ़ती महत्वपूर्ण भूमिका' की सराहना की और कहा कि उन्होंने पेशे की 'मुश्किल प्रकृति' के बावजूद अपना साहस साबित किया है. शनिवार को कुल 178 पुरुष और महिला कैडेट ने अपना प्रशिक्षण पूरा किया. इसमें विदेशी भी शामिल थे.

मोहंती ने कहा, 'भारत की व्यापक राष्ट्रीय शक्ति बढ़ी है और उससे वैश्विक भू-राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने की अपेक्षा की जाती है.' उन्होंने किसी को निर्दिष्ट किए बिना कहा, 'दुश्मन झूठे बहाने से प्रभुत्ववादी साजिशों के साथ यथास्थिति बदलने का प्रयास करते हैं.' हालांकि ऐसा प्रतीत हुआ कि उनका इशारा परोक्ष तौर पर चीन की ओर था.

उन्होंने कहा कि शांति, समृद्धि और विकास हासिल करने के लिए इन बहु-क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमें सभी बाहरी और आंतरिक खतरों का मुकाबला करने के लिए खड़े होना चाहिए और हम होंगे. सशस्त्र बल देश का सबसे मजबूत स्तंभ है. हम अपने रक्षा उपायों को कम करने का जोखिम नहीं उठा सकते.

मोहंती ने कहा, 'देश हर बार प्रतिक्रिया के लिए हमारी ओर देखता है. हमारी प्रतिक्रियाओं को न केवल सेना के तीनों अंगों, बल्कि पूरे राष्ट्र के दृष्टिकोण को अपनाते हुए एकीकृत किया जाएगा.'

उन्होंने भारत और भूटान दोनों की पासिंग आउट महिला कैडेट का जिक्र करते हुए कहा कि वे 'हमारे सशस्त्र बलों की समावेशी प्रकृति को दर्शाती हैं.'

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में महिला अधिकारियों ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है और मुश्किल प्रकृति के बावजूद अपना साहस साबित किया है. मोहंती ने कहा, 'परिणामस्वरूप, महिलाएं अब अन्य रैंकों में भी शामिल हो रही हैं.'

उन्होंने कहा, 'पेशेवर चुनौतियां बनी रहेंगी, एक सैन्य अधिकारी वांछित नेतृत्व गुणों को पूरा करने के लिए आवश्यक बलिदान देने के लिए तैयार रहें.'

पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर में शहीद दीपक नैनवाल की पत्नी बनीं सेना में अफसर, बेटे को मां पर गर्व

चेन्नई : उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती ने शनिवार को कहा कि दुश्मन झूठे बहाने से प्रभुत्ववादी साजिशों के साथ यथास्थिति बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन भारतीय सेना को सभी बाहरी और आंतरिक खतरों का मुकाबला करना चाहिए और वह करेगी.

लेफ्टिनेंट जनरल मोहंती ने यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में एक पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद, भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की 'बढ़ती महत्वपूर्ण भूमिका' की सराहना की और कहा कि उन्होंने पेशे की 'मुश्किल प्रकृति' के बावजूद अपना साहस साबित किया है. शनिवार को कुल 178 पुरुष और महिला कैडेट ने अपना प्रशिक्षण पूरा किया. इसमें विदेशी भी शामिल थे.

मोहंती ने कहा, 'भारत की व्यापक राष्ट्रीय शक्ति बढ़ी है और उससे वैश्विक भू-राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने की अपेक्षा की जाती है.' उन्होंने किसी को निर्दिष्ट किए बिना कहा, 'दुश्मन झूठे बहाने से प्रभुत्ववादी साजिशों के साथ यथास्थिति बदलने का प्रयास करते हैं.' हालांकि ऐसा प्रतीत हुआ कि उनका इशारा परोक्ष तौर पर चीन की ओर था.

उन्होंने कहा कि शांति, समृद्धि और विकास हासिल करने के लिए इन बहु-क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमें सभी बाहरी और आंतरिक खतरों का मुकाबला करने के लिए खड़े होना चाहिए और हम होंगे. सशस्त्र बल देश का सबसे मजबूत स्तंभ है. हम अपने रक्षा उपायों को कम करने का जोखिम नहीं उठा सकते.

मोहंती ने कहा, 'देश हर बार प्रतिक्रिया के लिए हमारी ओर देखता है. हमारी प्रतिक्रियाओं को न केवल सेना के तीनों अंगों, बल्कि पूरे राष्ट्र के दृष्टिकोण को अपनाते हुए एकीकृत किया जाएगा.'

उन्होंने भारत और भूटान दोनों की पासिंग आउट महिला कैडेट का जिक्र करते हुए कहा कि वे 'हमारे सशस्त्र बलों की समावेशी प्रकृति को दर्शाती हैं.'

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में महिला अधिकारियों ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है और मुश्किल प्रकृति के बावजूद अपना साहस साबित किया है. मोहंती ने कहा, 'परिणामस्वरूप, महिलाएं अब अन्य रैंकों में भी शामिल हो रही हैं.'

उन्होंने कहा, 'पेशेवर चुनौतियां बनी रहेंगी, एक सैन्य अधिकारी वांछित नेतृत्व गुणों को पूरा करने के लिए आवश्यक बलिदान देने के लिए तैयार रहें.'

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