उत्तरकाशी (उत्तराखंड): सिलक्यारा में आज सुबह सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों का वीडियो सामने आने के बाद से रेस्क्यू कार्य में लगी टीमों में उत्साह का माहौल है. वीडियो के आधार पर कहा जा सकता है कि सभी मजदूर ठीक ठाक हैं. अब सिलक्यारा टनल में युद्ध स्तर पर रेस्क्यू कार्य शुरू हो गया है. आज से सिलक्यारा टनल के ऊपर की पहाड़ी से ड्रिलिंग की जानी है.
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#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue operation: The vertical drilling machine from the upper part of the hill above the tunnel reaches Silkyara Tunnel pic.twitter.com/kKoOtcrN9W
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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ओडिशा से लाए गए मोटे पाइप: टनल के ऊपर से ड्रिलिंग करने के लिए ओडिशा से बड़े पाइप लाए गए हैं. आठ गाड़ियों से ये पाइप लाए गए हैं. आर्मी के हेलीकॉप्टर से ओडिशा से ये मोटे पाइप लाए गए हैं. आर्मी के हेलीकॉप्टर ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर मोटे पाइप उतारे. जौलीग्रांट एयरपोर्ट से आठ ट्रकों में ये पाइप सिलक्यारा टनल रेस्क्यू स्थल पर लाए गए हैं.
सुरंग के ऊपर पहाड़ी से होगी ड्रिलिंग: जौलीग्रांट एयरपोर्ट से सिलक्यारा टनल तक मोटे पाइप लाने वाले कर्मियों ने बताया कि टनल के टॉप से ड्रिलिंग करने के दौरान ये मोटे पाइप टनल में डाले जाएंगे. अब इन मोटो पाइपों को टनल की पहाड़ी पर चढ़ाया जा रहा है. टनल के ऊपर पहले ही ड्रिलिंग वाला स्थान चिन्हित किया जा चुका है. रेस्क्यू टीम पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने को तैयार है.
वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन भी पहुंची: इसके साथ कौड़ियाला से बड़ी वर्टिकल मशीन लाई गई है. तीन गाड़ियों में लादकर 13 घंटे की यात्रा में वर्टिकल मशीन सिलक्यारा टनल पहुंचाई गई है. इस मशीन को टनल के ऊपर पहाड़ी पर पहुंचाया जाएगा. वर्टिकल मशीन सुरंग के ऊपर से नीचे की तरफ ड्रिलिंग करेगी. इस मशीन की खासियत ये है कि ये बड़े एरिया से ड्रिलिंग करती है.
अभी तक पैरलल ड्रिलिंग हो रही थी: अभी तक सिलक्यारा की टनल में पैरलल यानी समानांतर ड्रिलिंग हो रही थी. यानी टनल की सतह के ऊपर से दूसरे छोर की ओर सीधी ड्रिलिंग की जा रही थी. इस प्रक्रिया में सुरंग के ऊपर से मलबा गिर रहा था. इस कारण इस ड्रिलिंग में दिक्कत आई. इसी कारण अब सुरंग के ऊपर पहाड़ी से वर्टिकल ड्रिलिंग की जाएगी. बताते चलें कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा में चारधाम रोड परियोजना के तहत टनल निर्माण हो रहा है. दीपावली के दिन इस टनल में मलबा आ गया था. 12 नवंबर की सुबह से 41 मजदूर मलबे के कारण सुरंग के अंदर की तरफ फंसे हुए हैं. उन्हें बचाने के लिए पिछले 10 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.
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