चेन्नई : तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित अरिगनार अन्ना जैविक उद्यान (एएजेडपी) में संक्रमित एशियाई शेरों को अलग कर उनका एंटीबॉयोटिक एवं अन्य रोग निरोधी दवाओं से इलाज किया जा रहा है. इस चिड़ियाघर को आमतौर पर लोग वेंडालुर चिड़ियाघर से के नाम से जानते हैं.
इस बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को चिड़ियाघर का दौरा कर हालात का जायजा लिया. उन्होंने पर्यावरण एवं वन विभाग और चिड़ियाघर के अधिकारियों को नियमों के तहत संक्रमित शेरों का बेहतरीन इलाज करने का निर्देश दिया.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि चिड़ियाघर के सभी कर्मचारियों और यहां जानवरों की देखरेख करने वालों का टीकाकरण हो. बता दें कि यहां पहली बार एशियाई शेरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का मामला सामने आया है.
स्टालिन तमिलनाडु चिड़ियाघर प्राधिकरण के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बैटरी चालित वाहन से जानवरों के बाड़ों का दौरा किया.
चिड़ियाघर के निदेशक देवाशीष जेना ने मुख्यमंत्री को जानवरों की निगरानी के लिए अपनाई जा रही पद्धति और केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण व तमिलनाडु पशु चिकित्सा एवं जीव विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा तय मानक परिचालन प्रक्रिया एवं इलाज के बारे में जानकारी दी.
चिड़ियाघर अधिकारियों ने बताया कि तीन शेरों और चार बाघों के नमूने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली जांच के लिए भेजे गए हैं.
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उन्होंने बताया कि सभी शेरों के नमूने हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलिक्युलर बायोलॉजी अनुवांशिकी अनुक्रमण के लिए भेजे गए ताकि उन्हें संक्रमित करने वाले वायरस के प्रकार का पता लगाया जा सके.
गौरतलब है कि चिड़ियाघर में एशियाई शेरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता तीन जून को तब लगा जब नौ वर्षीय शेरनी नीला की संक्रमण से मौत हो गई.
सरकार ने आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया कि कुछ और शेरों में संक्रमण के लक्षण मिले हैं.