बापटला : आंध्र प्रदेश के बापटला जिले में शुक्रवार को यू अमरनाथ (15) नाम के एक किशोर को अपराधियों को जिंदा जला दिया. पीड़ित छात्र कक्षा 10 का छात्र बताया जाता है. कथित तौर पर एक व्यक्ति ने अपनी 17 वर्षीय बहन के यौन उत्पीड़न का विरोध किया था. जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने अमरनाथ पर उस समय हमला किया जब वह ट्यूशन पढ़ने जा रहा था. बताया जा रहा है कि उसके ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाई गई थी. पीड़ित छात्र को गंभीर हालत में गुंटूर के एक सरकारी अस्पताल में ले जाया गया. जहां उसने दम तोड़ दिया. घटना शुक्रवार सुबह चेरुकुपल्ली मंडल के राजावोलू गांव में हुई.
10 वीं कक्षा का छात्र अमरनाथ अपनी साइकिल पर ट्यूशन के लिए जा रहा था. रेडलापलेम के पास कुछ युवकों ने उसे रोका. जिसने उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी. बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय निवासी आग बुझाने के लिए पहुंचे. वहां से उसे अस्पताल ले गये. हालांकि, बहुत अधिक जल जाने के कारण इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. मरने से पहले अपने बयान में पीड़ित छात्र ने पुलिस को बताया कि वेंकटेश्वर रेड्डी (21) और कुछ अन्य लोगों ने उसे जलाया है.
बापटला के पुलिस अधीक्षक वकुल जिंदल ने टीएनएम को बताया कि वेंकटेश्वर पर अमरनाथ की हत्या और उसकी बहन का पीछा करने के लिए POCSO (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. अमरनाथ के दादा रेड्डैया ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि अमरनाथ की बहन को परेशान करने वाला ही उसकी हत्या का जिम्मेदार है. अमरनाथ ने कथित तौर पर अपनी बहन को परेशान करने वाले वेंकटेश्वर को ऐसा करने से रोका था.
पुलिस ने मामला दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है. एसपी वकुल जिंदल ने कहा कि वेंकटेश्वर को हिरासत में लिया गया है. पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने गांव में पिकेट लगा दी है. रायपल्ले डीएसपी मुरलीकृष्ण ने घटना स्थल का दौरा किया और घटना के कारणों का पता लगाया. लड़के की मां की शिकायत के मुताबिक, पामू वेंकटेश्वर रेड्डी और उनके दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर हैरानी जताई है. उन्होंने एक बयान में कहा कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के प्रति पुलिस का नरम रवैया इस तरह के अत्याचार का कारण है.