कुरनूल: कुरनूल शहर में सनसनी पैदा करने वाले दोहरे हत्याकांड के आरोपी कुरनूल के चिंतलमुनिनगर के नारापुरम श्रवणकुमार, उसके पिता नारापुरम वरप्रसाद और उसकी मां कृष्णावेणी को कुरनूल फोर्थ टाउन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
इसी महीने की 14 तारीख को श्रवण कुमार की पत्नी रुक्मिणी और उसकी मां रमादेवी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जबकि रुक्मिणी के पिता वेंकटेश गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस जांच में पता चला कि वरप्रसाद (Varaprasad) अपने बेटे श्रवण, कृष्णवेनी के साथ इस कांड में शामिल था. तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को डीएसपी कार्यालय कुरनूल में सीआई शंकरैया व एसआई रमैया के साथ ही खुलासा किया.
नंद्याला से वरप्रसाद और कृष्णवेनी करीब तीस साल पहले कुरनूल आए और चिंताला मुनिनगर में बस गए. उनका इकलौता बेटा श्रवण कुमार बीटेक की पढ़ाई कर रहा है और एक साल से आईसीआईसीआई बैंक के कॉल सेंटर में काम कर रहा है. वैवाहिक संबंधों की तलाश करते हुए वह वनपार्थी के रहने वाले कुकिंग मास्टर कोटा वेंकटेश और रामादेवी की इकलौती बेटी रुक्मिणी के संपर्क में आया. बाद में दोनों की शादी तय हो गई.
सेल फोन गिफ्ट कर पता किया किससे बात करती है : पुलिस ने खुलासा किया कि श्रवणकुमार ने रुख्मिणी को उपहार के रूप में एक सेल फोन दिया था, जिसमें एक सर्विलांस एप इंस्टॉल किया और इसे अपने ई-मेल से जोड़ दिया. इससे उसे पता चला कि कोई राघवेंद्र गौड़ नाम के युवक को कई बार फोन कर रही है तो उसे शक हो गया, बावजूद इसके एक मार्च को दोनों ने शादी कर ली.
खतना करने से नाराज था परिवार : शादी की पहली रात को श्रवणकुमार इंफेक्शन की वजह से पत्नी के साथ नहीं थे. इसी दौरान उसने अपने माता-पिता को बताया कि उसने अपनी पत्नी के सेल फोन पर एप पर रिकॉर्ड की गई फोन कॉल सुनी हैं. रुक्मिणी पर शादी से पहले के अफेयर के आरोप लगे और दोनों के बीच झगड़ा बढ़ गया. उसके बाद श्रवण कुमार को उसके ससुराल वाले हैदराबाद ले गए और डॉक्टरों ने उसका खतना किया.
इसे लेकर श्रवणकुमार के पिता वरप्रसाद को लगा कि बेटे की यौन क्षमता को कम करने की साजिश में ऐसा किया गया. उन्हें इस बात का गुस्सा था कि उनकी इज्जत चली जाएगी. अपने बेटे से चर्चा करने के बाद, वरप्रसाद ने सभी को मारने की योजना बनाई.
पहले 10 मार्च को हत्या करने की बात तय की, लेकिन यह संभव नहीं हो सका. उसके बाद श्रवणकुमार वनपार्थी गए और अपनी पत्नी और सास को साथ ले आए. वरप्रसाद ने कॉलोनी के पास एक दुकान से दो चाकू पहले ही खरीद लिए थे. रुक्मिणी के घर की नीचे की मंजिल पर रोकने के बाद उसके माता-पिता को पहली मंजिल पर भेज दिया गया. कोई घर न आ जाए इसके लिए कृष्णवेनी को घर के बाहर निगरानी रखने को कहा गया.
पुलिस के मुताबिक बाद में, वरप्रसाद और श्रवण ने पहले रुक्मिणी का मुंह बंद करके उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके तुरंत बाद, वरप्रसाद पहली मंजिल पर गया और रमादेवी पर अंधाधुंध वार किए. रमादेवी को बचाने में वेंकटेश घायल हुए और किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे. हमले में रमादेवी की मौत हो गई.
शोर शराबे के बीच स्थानीय लोग आ गए. जिसके बाद 108 की मदद से वेंकटेश को कुरनूल सरकारी अस्पताल ले जाया गया. सीआई ने कहा कि तीनों आरोपियों को गुरुवार सुबह शहर के बाहरी इलाके में स्थित गुट्टी पेट्रोल स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. बताया गया है कि उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा जा रहा है.