नई दिल्ली : शेयर बाजार इस सप्ताह किसी बड़ी घरेलू घटना के अभाव में वैश्विक रुझानों का अनुसरण करेंगे और अनुमान है कि इस दौरान बाजार की चाल सीमित दायरे में रहेगी. विश्लेषकों ने बताया कि मासिक डेरिवेटिव सौदों को काटने के चलते उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि घरेलू बाजार इस सप्ताह किसी भी बड़ी घरेलू घटनाओं के अभाव में वैश्विक रुझानों से निर्देशित होंगे. इक्विटी शोध कंपनी सैमको सिक्योरिटीज की प्रमुख निराली शाह ने कहा कि बाजारों के सुस्त और सीमित दायरे में बने रहने का अनुमान है.
उन्होंने कहा कि निवेशकों को प्रमुख सूचकांकों में सावधानी से कारोबार करना चाहिए और वैश्विक बाजारों में किसी भी घटनाक्रम को ध्यान में रखना चाहिए. पिछले सप्ताह बीएसई के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 654.54 अंक या 1.26 प्रतिशत की गिरावट आई. शाह ने कहा कि बाजारों ने सप्ताह की शुरुआत में उम्मीद को बनाए रखा, लेकिन निफ्टी के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद बाजार में बिक्री का दबाव बन गया.
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आम बजट के बाद बाजार में तेजी देखने को मिली थी, लेकिन पिछले सप्ताह मुनाफा वसूली हावी हुई. विश्लेषकों ने यह भी कहा कि ब्रेंट क्रूड में तेजी, रुपये की चाल और विदेशी संस्थागत निवेशकों के रुख से बाजार की धारणा प्रभावित होगी.