सांबा: जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में पुरानी टैंक-रोधी बारूदी सुरंग मिली है. इससे किसी खतरे की कोई खबर नहीं है. बम निरोधक दस्ता इसे निष्क्रिय करेगा. सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं.
जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक पुरानी टैंक-रोधी बारूदी सुरंग मिली है. बताया जा रहा है कि सीमा सुरक्षा बल के गश्ती दल को शुक्रवार देर रात मावा गांव के पास बसंतर नदी के किनारे जंग लगी सुरंग मिली. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई. आनन फानन में पुलिस और बम विरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और इसे निष्क्रिय करने का प्रयास शुरू किया.
बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने आईईडी और बारूदी सुंरगों के जरिए होने वाले हमलों से अपने कर्मियों को बचाने के लिए बारूदी सुरंग प्रतिरोधी वाहन, अन्य उपकरण खरीदेने की योजना बनाई है. पुलिस इन वाहनों को दूर से परिचालित कर सकती है. अधिकारियों के अनुसार ये विशेष वाहन और उपकरण आतंकवाद रोधी अभियानों में लगी जम्मू कश्मीर पुलिस की सुरक्षा और निगरानी में काफी कारगर होंगे. स्पेशन वाहनों के जरिए पुलिसकर्मियों को आईईडी और बारूदी सुरंगों के जरिए होने वाले हमलों से बचाया जा सकेगा.
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में कमी: जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद से धीरे-धीर आतंकी घटनाओं में कमी आ रही है. सरकार की एक रिपोर्ट में इसका दावा करते हुए कहा गया है कि आतंकी घटनाओं में 50 फीसदी की कमी आई है. युवकों के द्वारा पथराव और अन्य आतंकी घटनाओं में काफी कमी आई है. जम्मू-कश्मीर में 30 वर्षों की अशांति के बाद शांति की ओर बढ़ने में मदद मिली है. अनुसार जम्मू-कश्मीर में 2018 में आतंकी घटनाएं 417 थीं, जो 2021 में घटकर 229 रह गईं, जबकि कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या घटकर 100 से कम हो गई. रिपोर्ट में दावा किया गया कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे ने अलगाववाद और देशद्रोह के जो असंतोष के बीज बो दिए थे. बता दें कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटा दिया गया था.