चेन्नई: सत्तारूढ़ द्रमुक पर हमला बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सवाल किया कि भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किया गया एक मंत्री कैबिनेट में कैसे बना रह सकता है. वी सेंथिल बालाजी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को मंत्री, जो अब गिरफ्तारी के बाद जेल में हैं बिना पोर्टफोलियो के मंत्रालय में रखने के लिए 'शर्मिंदा' होना चाहिए.
शाह ने कहा, 'डीएमके सरकार देश ही नहीं दुनिया की सबसे भ्रष्ट सरकार है.' उन्होंने मौजूद लोगों से पूछा 'क्या जेल में बंद व्यक्ति मंत्री बना रह सकता है? क्या उन्हें मंत्रालय से इस्तीफा नहीं देना चाहिए था?'
उन्होंने कहा कि 'स्टालिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करेंगे. क्योंकि वे सारे राज खोल देंगे. इसीलिए स्टालिन इस्तीफा स्वीकार करने से घबरा रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'यह भ्रष्टाचारियों की सरकार, रेट माफिया की सरकार और गरीब विरोधी है. TANGEDCO भ्रष्टाचार के कारण लहूलुहान है (सेंथिल बालाजी बिजली मंत्री थे). चुनावी वादों को लागू करने के बजाय, डीएमके लोगों के लिए दवाओं की खरीद में भी भ्रष्टाचार में लिप्त है.' फिर उन्होंने सवाल किया कि क्या कल्याण और विकास कार्यों के लिए राज्य को दिया गया भारी वित्तीय आवंटन लोगों तक पहुंचा है या उन्हें ठग लिया गया है.
'अन्नामलाई का एक ट्वीट आपकी सरकार के लिए भूचाल ला रहा है. सोचिए जब वह 10,000 किलोमीटर की यात्रा पर हों तो क्या होगा.' भाजपा के दिग्गज नेता ने चुटकी लेते हुए कहा कि रोड शो, तमिल गौरव और गरिमा को पुनः प्राप्त करने के अलावा, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए पद पर बने रहने और तमिलनाडु के राजनीतिक क्षेत्र में मंथन करेगा.'
शाह ने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन इंडिया का गठन राष्ट्रीय हित और देश के विकास के लिए नहीं, बल्कि परिवार संचालित पार्टियों द्वारा अपने परिवारों को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है.
उन्होंने कहा कि 'सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम कर रहे हैं, लालू अपने बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने में रुचि रखते हैं, ममता बनर्जी अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को मुख्यमंत्री बनाना चाहती हैं वहीं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का ध्यान अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने पर है. यह गठबंधन न तो तमिलनाडु या भारत के विकास के लिए है. इसके बजाय वंशवादी उत्तराधिकार सुनिश्चित करना है.'
उसे इस तरह देखोइसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के अन्य घटकों को भ्रष्ट और राष्ट्रीय एकता के खिलाफ काम करने वाला बताया. उन्होंने कहा कि 'जब ये पार्टियां वोट के लिए लोगों के पास जाएंगी, तो मतदाताओं को एक दशक लंबे यूपीए शासन के दौरान हुए घोटालों की याद दिलाई जाएगी. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, इसरो घोटाला. यह गठबंधन अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का विरोध करता था और सीमा पार आतंकवाद को कुचलने के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करता था. मैं तमिलनाडु के लोगों से पूछता हूं कि क्या कश्मीर हमारा है या नहीं? कांग्रेस और डीएमके ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने का विरोध किया. क्या देश को आतंकवाद से मुक्त किया जाना चाहिए या नहीं?'
भावनात्मक श्रीलंकाई तमिल मुद्दे को छूते हुए, उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार पर आरोप लगाया, जिसमें द्रमुक एक प्रमुख घटक थी, जो 2009 के गृहयुद्ध में लंकाई तमिलों की सामूहिक हत्याओं के लिए जिम्मेदार थी. उन्होंने कहा, 'आप जानते हैं कि यूपीए इसके लिए और तमिलनाडु के मछुआरों की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार है.' उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वीप राष्ट्र में तमिलों के लिए विकास परियोजनाएं चला रही है, जिसमें 120 करोड़ रुपये का सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल है.