नई दिल्ली : ई-कॉमर्श अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच जारी विवाद अब एक बार फिर से अदालत पहुंच गया है. दिल्ली हाईकोर्ट में अमेजन ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ याचिका दायर की है. याचिका में विदेशी मुद्रा विनिमय उल्लंघन को लेकर कंपनी ने ED की जांच पर सवाल उठाए हैं.
जानकारी के मुताबिक, अमेजन ने दिल्ली उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर कर विदेशी मुद्रा विनिमय उल्लंघन के कथित आरोप में ED की जांच के दायरे में स्पष्टीकरण का आग्रह किया. अमेजन ने पिछले महीने कहा था कि उसे फ्यूचर ग्रुप के साथ हुए सौदे के संबंध में ईडी से समन मिला है.
सूत्रों के मुताबिक, अमेजन ने अपनी याचिका में कहा है कि 2019 में फ्यूचर ग्रुप के साथ हुए 20 करोड़ डॉलर के करार को लेकर उसे बेवजह परेशान किया जा रहा है. ED कारोबार की सामान्य प्रक्रिया में विशिष्ट एवं गोपनीय विधिक सलाह मांगकर अपनी जांच का दायरा बढ़ा रही है. कंपनी का कहना है कि भारत में ई-कॉमर्स कारोबार शुरू करने के बाद की गतिविधियां भी जांच के दायरे में लाई गई हैं. अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी ने कहा कि ED का उससे ऐसी सूचनाएं मांगना स्वीकृत न्यायिक मानकों के खिलाफ है. ईडी की ओर से जारी समन में जो जानकारियां मांगी गई हैं, वह फ्यूचर ग्रुप की डील से अलग हैं.
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अमेजन ने आरोप लगाया है कि यह जांच पूरी तरह से परेशान करने के लिए की जा रही है, जिसमें कंपनी के कई वरिष्ठ अधिकारियों व भारत प्रमुख को समन जारी किया गया है. अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी ने अदालत से अपील की है कि संबंधित मामले में ईडी को किस तरह की जांच का अधिकार है, इसे स्पष्ट किया जाए.
बता दें कि अमेजन एवं फ्यूचर ग्रुप के बीच कानूनी विवाद चल रहा है. फ्यूचर ग्रुप ने गत अगस्त में रिलायंस रिटेल के साथ 24,500 करोड़ रुपये का सौदा किया था. उस सौदे को अमेजन फ्यूचर ग्रुप के साथ 2019 में हुए अपने निवेश समझौते का उल्लंघन बताया है.
हालांकि, भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग ने पिछले हफ्ते फ्यूचर कूपंस प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीद के लिए अमेजन के सौदे को दी गई अपनी मंजूरी निलंबित कर दी.
(पीटीआई-भाषा)