जम्मू : दक्षिण कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर में पवित्र शिवलिंग का दर्शन करने के लिए यहां से 5,700 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ है. 'बम बम भोले' का उद्घोष करते हुए श्रद्धालु गुरुवार तड़के 230 वाहनों के काफिले में भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए, जिसमें उत्तरी कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के 1,670 और पहलगाम आधार शिविर के 4,100 तीर्थयात्री शामिल हैं. अधिकारियों ने कहा, "150 वाहन पहलगाम के रास्ते जाने वाले तीर्थयात्रियों को ले जा रहे हैं, जबकि 81 वाहन बालटाल केके रास्ते जाने वाले तीर्थयात्रियों को ले जा रहे हैं."
गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बुधवार को रवाना हो चुका था. उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने जम्मू आधार शिविर से तीर्थयात्रियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदेरबल में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से यह यात्रा गुरुवार को शुरू हुई.
अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए 43 दिनों तक चलने वाली यह तीर्थयात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन संपन्न होगी. अधिकारियों ने बताया कि दूसरे जत्थे के साथ ही जम्मू से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़कर 10,700 हो गई है. उन्होंने बताया कि अमरनाथ यात्रा के लिए देशभर के विभिन्न स्थानों से जम्मू में 5,000 से 6,000 और श्रद्धालु पहुंचे हैं. कोविड-19 महामारी के कारण वार्षिक अमरनाथ यात्रा दो साल के अंतराल के बाद हो रही है.
उपराज्यपाल ने अमरनाथ गुफा में की बाबा बर्फानी की पूजा : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा की शुरुआत के मौके पर पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी की पूजा की और सभी के लिए शांति, सुख और समृद्धि की कामना की. उपराज्यपाल ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि श्रीअमरनाथ जी का दिव्य आशीर्वाद लेने के लिए देश भर से यहां आने वाले श्रद्धालुओं लिए यह तीर्थयात्रा सुरक्षित और यादगार होगी."
बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना के मद्देनजर सरकार और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने इस वर्ष यात्रा के लिए व्यापक स्तर पर सभी इंतजाम किए हैं. श्रद्धालु श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट के माध्यम से सुबह और शाम की आरती के सीधा प्रसारण के जरिए गुफा मंदिर में बर्फ से बने पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सदस्यों के अलावा, मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, एसएएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीतिश्वर कुमार और सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने भी पूजा की.
हमहमा हेलीपैद से पहला जत्था रवाना : इस साल अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए पहली बार हेलीकॉप्टर की सुविधा शुरू की गई है, जिससे तीर्थयात्री श्रीनगर से पंजतारणी शिविर तक सीधे यात्रा कर एक दिन में तीर्थ यात्रा पूरी कर सकेंगे. डीसी बडगाम ने हमहामा हेलीपैड से अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. डिप्टी कमिश्नर बडगाम शाहबाज अहमद मिर्जा ने गुरुवार को अमरनाथ यात्रा से पहले कहा, "अपनी तरह की पहली हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू की गई है. हमहामा से पवित्र गुफा तक पहले जत्थे को रवाना किया गया.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्रीनगर हवाई अड्डे से अनंतनाग जिले की पवित्र गुफा तक अमरनाथ जी तीर्थयात्रियों के लिए सीधी हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध की गई हैं. पहली बार, अधिकारियों ने प्रत्येक तीर्थयात्री को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग जारी किया है, ताकि सुरक्षा में कोई कमी न रहे. डीसी ने कहा कि तीर्थयात्रियों को पानी और बिजली की निर्बाध आपूर्ति की व्यवस्था के साथ रात में ठहराने की भी सुविधा उपलब्ध है.
परिवहन सेवाओं की समीक्षा करते हुए, डीसी ने एआरटीओ बडगाम को निर्देश दिया कि तीर्थयात्री श्रीनगर हवाई अड्डे से हेलीपैड तक यात्रा सुनिश्चित करें. हमहामा में डीसी ने एडीसी बडगाम को श्रीनगर हवाई अड्डे पर और हमहामा के हेलीपैड पर ड्यूटी पर रहने का निर्देश दिया है. डीसी ने सफाई पर भी जोर दिया और इस संबंध में डीसी ने नगर पालिका के संबंधित अधिकारियों से जल्द से जल्द आवश्यक कार्य सुनिश्चित करने का आग्रह किया.