लखनऊ : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बहन और उसके प्रेमी की हत्याकांड में बड़ा फैसला दिया है. परिवार द्वारा हॉरर किलिंग में एक्टिव हमलावर गुलशन की जमानत अर्जी खारिज कर दी है. कोर्ट ने कहा कि झूठी शान, सम्मान के नाम पर हत्या करने वालों का समाज में कोई स्थान नहीं है. किसी को भी किसी की वैयक्तिक स्वतंत्रता छीनने का हक संविधान नहीं देता. हर किसी को अपने पसंद का जीवन साथी चुनने का अधिकार है. इसके लिए परिवार को उस सदस्य को खत्म करने का अधिकार नहीं है.
कोर्ट ने हॉरर किलिंग के आरोपी को नहीं दी जमानत
ये आदेश न्यायमूर्ति जे जे मुनीर ने दिया है. दरअसल ज्योति के परिवार वालों ने उसके दूसरी जाति के राहुल नाम के लड़के से शादी करने के नाते उन दोनों की हत्या कर दी. याची अधिवक्ता का कहना था कि गुलशन ने हत्या नहीं की. उस पर चश्मदीद गवाह रोहित कुमार पर हमला करने का आरोप है. लेकिन कोर्ट ने कहा कि घटना में याची का एक्टिव रोल हैं. इसे जमानत नहीं दी जा सकती है.