कोटद्वार: अंकिता भंडारी हत्याकांड में बड़ा अपडेट है. उत्तराखंड की कोटद्वार कोर्ट ने पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. जब इस केस की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी तो टीम को लीड कर रहीं डीआईजी पी रेणुका देवी ने भी कहा था कि आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेने के लिए आवेदन किया जाएगा.
अंकिता के हत्या आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड: इस बीच उत्तराखंड की कोटद्वार कोर्ट ने पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. अब पुलिस अंकिता भंडारी मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर सकेगी. अभी तक पुलकित समेत तीनों आरोपियों से उनकी गिरफ्तारी के समय ही पूछताछ की गई थी.
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23 सितंबर को गिरफ्तार हुए थे तीनों आरोपी: अंकिता हत्याकांड में आरोपी पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को पुलिस ने 23 सितंबर को गिरफ्तार किया था. उसी दिन तीनों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. यानी बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में पूरे एक हफ्ते तक पुलिस मुख्य आरोपियों से पूछताछ नहीं कर सकी थी. अब जब तीनों आरोपियों को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है तो पुलिस और एसआईटी इनसे सख्ती से पूछताछ कर सकती है.
पुलिस जांच में क्या है जरूरी: अभी तक तीनों आरोपियों ने पुलिस को जो बताया उसी के आधार पर पुलिस जांच रिपोर्ट तैयार कर रही है. एसआईटी तो अभी तक तीनों आरोपियों से मिली भी नहीं है. अब एसआईटी पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ करके अंकिता हत्याकांड से जुड़े हर पहलू पर सवाल कर सकती है.
अंकिता का मोबाइल ढूंढना है पहली प्राथमिकता: अंकिता भंडारी हत्याकांड का सबसे अहम पहलू उसका मोबाइल है. अंकिता का मोबाइल अभी तक पुलिस को नहीं मिला है. जाहिर है जब अंकिता को नहर में पुलकित आर्य ने धक्का दिया था तो उसके मोबाइल के बारे में भी पुलकित समेत तीनों आरोपियों को होगा. एसआईटी पुलकित आर्य से कड़ाई से पूछताछ करके मोबाइल के बारे में पता लगाएगी. इसके साथ ही पुलकित आर्य का मोबाइल भी इस केस की अहम कड़ी है. एसआईटी पुलकित आर्य का मोबाइल भी ढूंढने की कोशिश करेगी.
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क्या था मामलाः बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी, लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तब जाकर तीनों ने राज उगला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा. अब आरोपियों को पुलिस की रिमांड में भेज दिया गया है.
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