नई दिल्ली/गाजियाबाद : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर समेत राजधानी दिल्ली की अन्य सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. आंदोलनकारी किसानों को करीब तीन महीने होने को हैं. फिलहाल किसान देश के अलग-अलग हिस्सों में आंदोलन को तेज करने के लिए लगातार महापंचायतें कर रहे हैं.
किसानों की महापंचायतों में तमाम विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेता भी शामिल हो रहे हैं. इसी कड़ी में मेरठ में आम आदमी पार्टी की महापंचायत प्रस्तावित है, जिसको दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश के किसानों ने एकजुटता दिखाकर आज तमाम विपक्षी राजनीतिक पार्टियां को किसानों का नाम लेने और किसानों के बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दिया है.
राकेश टिकैत ने कहा केंद्र सरकार को सांसदों की एक कमेटी बनानी चाहिए. कमेटी की देखरेख में इंडिया गेट के आसपास के पार्कों में फसलों की बुआई हो, जिसके बाद फसल की बुवाई और कटाई में कितना खर्चा आता है उसके हिसाब से सरकार हमारी फसलों की कीमत तय करें.
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वहीं टिकैत ने आंदोलन को लेकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अगले 3 हफ्ते का कार्यक्रम जारी किया है, जिसके अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में महापंचायतें होंगी. टिकैत ने महापंचायतों के लिए उन राज्यों को शामिल नहीं किया जहां आने वाले महीनों में चुनाव है.