मथुरा: कोर्ट द्वारा श्री कृष्ण जन्मभूमि के बराबर में बनी शाही ईदगाह मस्जिद में अमीन की नियुक्त को लेकर सियासत गरमा गई है. इस मामले में शाही ईदगाह पक्ष एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रहा है. दूसरी तरफ अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया है. जिसमें उन्होंने शाही ईदगाह मस्जिद के लिए मेवात में 10 एकड़ जमीन देने की बात कही है.
दिनेश कौशिक ने वीडियो जारी कर शाही ईदगाह मस्जिद पक्ष से मेवात में 10 एकड़ भूमि देने की पेशकश की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर शाही ईदगाह पक्ष को कोर्ट पर भरोसा नहीं है तो बाहर बैठकर मामले में समझौता कर लें, जिसके लिए अखिल भारत हिंदू महासभा मेवात में मस्जिद बनाने के लिए 10 एकड़ जमीन देने के लिए तैयार है.
अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक (All India Hindu Mahasabha Dinesh Kaushik) ने बताया कि शाही ईदगाह के अध्यक्ष डॉक्टर हसन ने कहा था कि शाही ईदगाह मस्जिद (Shahi idgah Mosque controversy) कोई केक नहीं है. यह अल्लाह का घर है. इसे कोई भी उठाकर नहीं ले जा सकता. उनके इसी बयान पर दिनेश कौशिक ने पलटवार करते हुए कहा कि औरंगजेब ने विशाल भगवान श्री कृष्ण के मंदिर को क्या केक या कोई झुग्गी झोपड़ी समझी थी, जो उसे तोड़कर यहां ईदगाह बना डाली. उन्होंने आगे कहा कि अतिक्रमण तो मुस्लिम पक्ष ने किया है तो झुकना भी इन्हें ही पड़ेगा.
सभी को पता है कि यह भगवान श्री कृष्ण के जन्म का स्थान है. यह भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली है. इसलिए, जन्म स्थान को नहीं बदल सकते आपका तो स्ट्रक्चर है यहां नहीं तो मेवात में बन जाएगा. लेकिन, जन्म स्थान किसी का नहीं बदलता है. इसी के चलते हिंदू महासभा शाही ईदगाह पक्ष को 10 एकड़ जमीन मेवात में देने के लिए तैयार है और इस स्ट्रक्चर को वहां ले जाएं. इस बात पर दोनों पक्ष शांति से समझौता करें. अगर आपको कोर्ट पर विश्वास नहीं है तो समझौता कर लीजिए. हिंदू महासभा को कोर्ट पर पूरा विश्वास है. उन्होंने कहा कि जैसे भगवान राम का अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है. उसी प्रकास मथुरा में भी भगवान कृष्ण (Shri Krishna Janmabhoomi dispute) का भव्य मंदिर बनेगा. उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है.