कोलकाता : ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार में मुख्य सचिव रहे अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandopadhyay) ने इस्तीफा दे दिया है. उन्हें सरकार ने मुख्य सलाहकार बनाया है. अलपन बंद्योपाध्याय ने सरकार की ओर से सेवा विस्तार की पेशकश ठुकरा दी, जिसके बाद उन्हें मुख्य सलाहकार बनाया गया है.
हरे कृष्णा द्विवेदी 1988 बैच के अधिकारी हैं. वह बंगाल कैडर के अधिकारी रहे हैं. मुख्य सचिव पर तैनाती से पहले वह अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर थे. वह गृह विभाग की जिम्मेवारी संभाल रहे थे. इससे पहले वह संसदीय मामलों के विभाग, योजना एवं सांख्यिकी विभाग में अपनी सेवा दे चुके हैं. वित्त मंत्रालय में भी उन्होंने काम किया है. 2012 से वह प.बंगाल बिजली विकास निगम के सदस्य भी हैं. ममता सरकार ने बीपी गोपालिका को नया गृह सचिव नियुक्त किया है.
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इस संबंध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय आज सेवानिवृत्त हुए, वह अगले तीन साल तक मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र किसी अधिकारी को राज्य सरकार की सहमति के बिना इसमें जॉइन करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है. साथ ही उन्होंने सभी राज्य सरकारों, विपक्षी नेताओं, आईएएस-आईपीएस, एनजीओ से एक साथ मिलकर संघर्ष करने की अपील की.
सीएम ममता ने कहा कि प्रदेश के मुख्य सचिव को केंद्र में बुलाए जाने की वजह का जिक्र मुझे भेजे गए पत्र में नहीं है.
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ममता बनर्जी ने इससे पहले पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार ऐसे मुश्किल दौर में मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय को कार्यमुक्त नहीं कर सकती है. ममता ने पीएम मोदी से फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कहा है.
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने मेरे पत्र का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव से कल 'नॉर्थ ब्लॉक' में कार्यभार संभालने को कहा गया.
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बता दें कि ममता के मुख्य सचिव रहे अलपन बंद्योपाध्याय के खिलाफ केंद्र कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन विभाग (डीओपीटी) द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू किए जाने की खबरें सामने आई थीं. अलपन को सोमवार पूर्वाह्न 10 बजे नई दिल्ली स्थित डीओपीटी कार्यालय में रिपोर्ट करना था. लेकिन वे इसमें विफल रहे. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय को विगत 28 मई को नई दिल्ली आने का निर्देश जारी किया गया था.