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UP Budget 2023: ब्लैक शेरवानी में पहुंचे अखिलेश, बजट को बताया दिशाहीन और निराशाजनक

बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने यूपी का बजट 2023 (UP Budget 2023) पेश किया. जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी.

अखिलेश यादव
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Published : Feb 22, 2023, 5:20 PM IST

Updated : Feb 22, 2023, 5:25 PM IST

अखिलेश यादव का बयान.

लखनऊ : सपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा में पेश प्रदेश सरकार के बजट को लेकर निशाना साधा. उन्होंने विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 'भाजपा सरकार का यह बजट भी दिशाहीन है. बजट में न आज की समस्याओं का समाधान है और न भविष्य की संभावना है. खेती, किसान, नौजवान के लिए कुछ नहीं है. यह महिलाओं, किसानों, नौजवान को निराश करने वाला है.'

  • दिशाहीन बजट जिसमें न वर्तमान की समस्याओं का सुलझाव है न भविष्य का रास्ता, न रोज़गार है न उसका विचार… ऐसे कैसे बनेगी 1 ट्रिलियन की इकॉनमी? pic.twitter.com/ywk2z8op7A

    — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अखिलेश यादव ने कहा कि 'मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने की बात करते हैं, लेकिन वह बताएं कि प्रदेश की विकास दर क्या है. क्या इस विकास दर से यूपी की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर हो पाएगी. सिर्फ भाषण देने और बोल देने से ही नहीं हो जाता है. दिल्ली की सरकार ने किसानों और गांव को निराश किया. प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी किसानों और गांव को निराश किया है. बजट में किसानों और गांव के लिए कुछ नहीं है.' उन्होंने कहा कि 'भाजपा की सरकार का सातवां बजट है. यह बजट की पिछले बजट की तरह दिशाहीन है.'

यादव ने कहा कि 'सरकार बताए क्या किसानों की आय दोगुनी हुई. क्या किसानों को उनकी फसलों का सही कीमत मिल रही है. दूध कंपनियों ने दूध के दाम बढ़ा दिए. मुनाफा कमा रही हैं, लेकिन किसानों को उसका कोई लाभ नहीं मिला. डीजल, पेट्रोल, कीटनाशक, खाद, बीज सब महंगा हो गया है. डीजल की महंगाई से आवागमन ही नहीं महंगा होता बल्कि सड़क अस्पताल के निर्माण से लेकर खेती किसानी के कार्य सब महंगे हो जाते हैं. इस इस बजट में नौजवानों की नौकरी रोजगार के लिए कुछ नहीं है. बजट में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी या उद्योग धंधे लगाने के लिए कोई राहत पैकेज नहीं किया गया.'

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 'सरकार को केवल मेला लगाना आता है. बड़े उद्योगपतियों से मिल लेने से इन्वेस्टमेंट नहीं आता है. सरकार बताए कि उसने नये उद्योगों के लिए में क्या सहूलियत दी और क्या इंसेंटिव पैकेज दिया है. देश भर के कई अन्य राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में इन्वेस्टमेंट मीट हो रहे हैं, यही उद्योगपति सब जगह जा रहे हैं. सरकार बताए कि वह अलग से क्या सुविधा दे रही है. जिसके कारण उद्योगपति यहां उद्योग लगाने और निवेश करने आएगा. सरकार बिजली महंगी कर रही है ऐसे में कौन उद्योग लगाने आएगा.' श्री यादव ने कहा कि 'इस सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बर्बाद कर दिया है. इस ट्रैक्टर को बचाने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया.' उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नहीं, ईज आफ डूइंग क्राइम है. ईज ऑफ डूइंग मुकदमा है जो सच दिखाएगा और बोलेगा उस पर मुकदमा हो जाएगा.'


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'बजट में कोई नई योजना नहीं है. सात साल सरकार चलाने के बाद यह सरकार अभी तक कोई नया स्टेडियम नहीं बना पायी. यूपी में जितन मेट्रो बनाने का फैसला समाजवादी सरकार में हुआ था वही आज बन रही है. लखनऊ और कानपुर मेट्रो एक इंच आगे नहीं बढ़ी. गन्ना किसानों के साथ लगातार धोखा हुआ. मां गंगा की सफाई का वादा झूठा साबित हुआ. यादव ने कहा कि सिर्फ बिल्डिंग बना देने से मेडिकल कॉलेज नहीं बन जाता है वहां फैकेल्टी और लैब से लेकर डॉक्टर सब चीज की जरूरत होती है. सरकार मेडिकल कॉलेज नहीं बना पा रही है और उन्हें प्राइवेट दे रही है. अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में गरीबों का इलाज नहीं मिल पा रहा है.'

वहीं विधानसभा सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पार्टी कुछ विधायकों के साथ ब्लैक शेरवानी पहने हुए थे. इन सभी ने उन्होंने आजम खान का समर्थन किया और बजट का विरोध किया.

यह भी पढ़ें : UP budget 2023: मायावती बोलीं, सरकार का बजट ऊंट के मुंह में जीरा, नहीं रखा गया जनता का ध्यान

अखिलेश यादव का बयान.

लखनऊ : सपा अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा में पेश प्रदेश सरकार के बजट को लेकर निशाना साधा. उन्होंने विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 'भाजपा सरकार का यह बजट भी दिशाहीन है. बजट में न आज की समस्याओं का समाधान है और न भविष्य की संभावना है. खेती, किसान, नौजवान के लिए कुछ नहीं है. यह महिलाओं, किसानों, नौजवान को निराश करने वाला है.'

  • दिशाहीन बजट जिसमें न वर्तमान की समस्याओं का सुलझाव है न भविष्य का रास्ता, न रोज़गार है न उसका विचार… ऐसे कैसे बनेगी 1 ट्रिलियन की इकॉनमी? pic.twitter.com/ywk2z8op7A

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अखिलेश यादव ने कहा कि 'मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने की बात करते हैं, लेकिन वह बताएं कि प्रदेश की विकास दर क्या है. क्या इस विकास दर से यूपी की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर हो पाएगी. सिर्फ भाषण देने और बोल देने से ही नहीं हो जाता है. दिल्ली की सरकार ने किसानों और गांव को निराश किया. प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी किसानों और गांव को निराश किया है. बजट में किसानों और गांव के लिए कुछ नहीं है.' उन्होंने कहा कि 'भाजपा की सरकार का सातवां बजट है. यह बजट की पिछले बजट की तरह दिशाहीन है.'

यादव ने कहा कि 'सरकार बताए क्या किसानों की आय दोगुनी हुई. क्या किसानों को उनकी फसलों का सही कीमत मिल रही है. दूध कंपनियों ने दूध के दाम बढ़ा दिए. मुनाफा कमा रही हैं, लेकिन किसानों को उसका कोई लाभ नहीं मिला. डीजल, पेट्रोल, कीटनाशक, खाद, बीज सब महंगा हो गया है. डीजल की महंगाई से आवागमन ही नहीं महंगा होता बल्कि सड़क अस्पताल के निर्माण से लेकर खेती किसानी के कार्य सब महंगे हो जाते हैं. इस इस बजट में नौजवानों की नौकरी रोजगार के लिए कुछ नहीं है. बजट में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी या उद्योग धंधे लगाने के लिए कोई राहत पैकेज नहीं किया गया.'

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 'सरकार को केवल मेला लगाना आता है. बड़े उद्योगपतियों से मिल लेने से इन्वेस्टमेंट नहीं आता है. सरकार बताए कि उसने नये उद्योगों के लिए में क्या सहूलियत दी और क्या इंसेंटिव पैकेज दिया है. देश भर के कई अन्य राज्यों मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में इन्वेस्टमेंट मीट हो रहे हैं, यही उद्योगपति सब जगह जा रहे हैं. सरकार बताए कि वह अलग से क्या सुविधा दे रही है. जिसके कारण उद्योगपति यहां उद्योग लगाने और निवेश करने आएगा. सरकार बिजली महंगी कर रही है ऐसे में कौन उद्योग लगाने आएगा.' श्री यादव ने कहा कि 'इस सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बर्बाद कर दिया है. इस ट्रैक्टर को बचाने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया.' उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस नहीं, ईज आफ डूइंग क्राइम है. ईज ऑफ डूइंग मुकदमा है जो सच दिखाएगा और बोलेगा उस पर मुकदमा हो जाएगा.'


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'बजट में कोई नई योजना नहीं है. सात साल सरकार चलाने के बाद यह सरकार अभी तक कोई नया स्टेडियम नहीं बना पायी. यूपी में जितन मेट्रो बनाने का फैसला समाजवादी सरकार में हुआ था वही आज बन रही है. लखनऊ और कानपुर मेट्रो एक इंच आगे नहीं बढ़ी. गन्ना किसानों के साथ लगातार धोखा हुआ. मां गंगा की सफाई का वादा झूठा साबित हुआ. यादव ने कहा कि सिर्फ बिल्डिंग बना देने से मेडिकल कॉलेज नहीं बन जाता है वहां फैकेल्टी और लैब से लेकर डॉक्टर सब चीज की जरूरत होती है. सरकार मेडिकल कॉलेज नहीं बना पा रही है और उन्हें प्राइवेट दे रही है. अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में गरीबों का इलाज नहीं मिल पा रहा है.'

वहीं विधानसभा सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पार्टी कुछ विधायकों के साथ ब्लैक शेरवानी पहने हुए थे. इन सभी ने उन्होंने आजम खान का समर्थन किया और बजट का विरोध किया.

यह भी पढ़ें : UP budget 2023: मायावती बोलीं, सरकार का बजट ऊंट के मुंह में जीरा, नहीं रखा गया जनता का ध्यान

Last Updated : Feb 22, 2023, 5:25 PM IST
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