हैदराबाद : अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. अभी से ही राजनीतिक माहौल गर्म हो चुका है. भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच बयानबाजी का दौर जारी है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की उस टिप्पणी पर अखिलेश यादव भड़के हुए हैं, जिसमें उन्होंने मुलायम सिंह यादव को अखिलेश का 'अब्बाजान' बताया था. अखिलेश ने कहा कि राजनीति को व्यक्तिगत स्तर तक न ले जाएं, नहीं तो हम भी उनके पिता के लिए कुछ कह देंगे.
इस बीच भाजपा ने फिर से अखिलेश के जवाब पर प्रहार किया है. भाजपा नेता और प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि वे नाराज क्यों हैं. मुलायम सिंह यादव को अखिलेश को टीपू कहते आ रहे हैं. यह एक सार्वजनिक तथ्य है. फिर अब्बा शब्द से इतनी नफरत और डैडी से प्यार, ऐसा क्यों.
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समाजवादी पार्टी के बादशाह को अब्बा शब्द से नफ़रत और डैडी शब्द से प्यार क्यों ? pic.twitter.com/731PYTQRVt
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) August 8, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) August 8, 2021
आपको बता दें कि योगी का 'अब्बाजान' वाला बयान एक निजी टीवी चैनल के एक प्रोग्राम के दौरान दिया गया था.
योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अखिलेश के अब्बाजान तो कहा करते थे कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता.
उनके इसी बयान के बाद अखिलेश ने कहा कि सीएम को भाषा का ख्याल रखना चाहिए. हम लोग मुद्दों के आधार पर एक दूसरे का विरोध करते हैं. निजी टिप्पणी से बचना चाहिए. लेकिन उन्होंने मेरे पिता के बारे में कुछ कहा है, तो उनको भी ऐसा ही जवाब सुनने के लिए तैयार रहना होगा.
भाजपा अध्यक्ष ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, 'यह अलग बात है कि हम टीका नहीं लगवाएंगे. यह भाजपा का टीका है. अब, आपको भाजपा का टीका लगाया गया है. जैसी बातें कही गईं, वो उन नेताओं की मानसिकता को बयां करता है, जिनकी मानसिकता संकीर्ण है. ऐसे में वे उत्तर प्रदेश का नेतृत्व कैसे करेंगे ? यह सोचने वाली बात है.'
दरअसल, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे 'भाजपा का टीका' करार दिया था और कहा था कि वह टीका नहीं लगवायेंगे. उन्होंने कहा था, 'मैं उस टीके पर कैसे भरोसा कर सकता हूं, जिसका इस्तेमाल भाजपा टीकाकरण के लिए करेगी ? हम भाजपा का टीका नहीं लगवा सकते.'
हालांकि, मुलायम सिंह यादव ने टीका लगवा लिया.