पटना: बिहार नगर निकाय चुनाव में कई दिग्गजों के रिश्तेदारों को हार का मुंह देखना पड़ा. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कई ऐसे प्रत्याशियों की हार हुई है जो कई बार से जीत रहे थे और वो नए उम्मीदवारों के सामने धराशायी हो गए हैं. (Ajay Nishad wife lost Bihar Nagar Nikay Chunav) (Minister Surendra Ram mother lost Election) (Surendra Ram daughter in law lost election)
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मंत्री सुरेंद्र राम की मां और बहू हार गयीं चुनाव : दिघवारा में बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम की मां चुनाव हार गईं हैं. वो पिछले बार यहां से उपमुख्य वार्ड पार्षद थीं और इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. वॉर्ड नंबर 7 से प्रत्याशी मुनेश्वर कुमार ने श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम की मां कलावती देवी को हरा दिया है. जबकि मंत्री की बहू राजनंदिनी देवी भी दिघवारा नगर पंचायत में मुख्य पार्षद का चुनाव हार गईं. मुनेश्वर कुमार को 377 वोट मिले. वहीं सुरेंद्र राम की मां को 279 मत पड़े.
बीजेपी सांसद अजय निषाद की पत्नी हार गयीं चुनाव : मुजफ्फरपुर के बीजेपी सांसद अजय निषाद (BJP MP Ajay Nishad) की पत्नी और हाजीपुर नगर परिषद (Hajipur Nagar Parishad) की पूर्व सभापति रमा देवी वार्ड नंबर एक से पार्षद पद का चुनाव हार गई हैं. वो 53 वोट से वार्ड पार्षद का चुनाव हार गईं.बीजेपी सांसद अजय निषाद की पत्नी और कद्दावर नेता रमा निषाद को रिश्ते में लगने वाली उनकी बहू ज्योत्सना कुमारी ने हरा दिया है. इस जीत पर ज्योत्सना कुमारी ने कहा कि जिसके सिर पर ऊपर वाले का हाथ होता है, तो सामने विपक्ष की कोई रणनीति काम नहीं कर पाती. (Jyotsna Kumari Defeated Bjp MP Wife in Hajipur)
रिश्ते में अजय निषाद की बहू लगती हैं ज्योत्सनाः इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि, जिस ज्योत्सना कुमारी ने रमा निषाद को मात दी वह रिश्ते में रमा निषाद की बहू भी लगती है. ज्योत्सना कुमारी एलएन मिश्रा पटना से एमबीए कर चुकी है और जेडीयू से 2014 में वैशाली से लोकसभा चुनाव लड़ चुके विजय सहनी की बहू भी है. ज्योत्सना कुमारी ने कहा कि एक कद्दावर नेता, एक मजे हुए खिलाड़ी से जीती हूं तो मुझे भी बहुत कुछ सीखना है. अभी काफी मेहनत करना है. मेरा मुख्य मुद्दा काम करना है. विकास करना है.
बिहार की राजनीति में काफी बड़ा है अजय निषाद का कदः बिहार की राजनीति में पूर्व मंत्री स्वर्गीय कैप्टन जयनारायण निषाद की राजनीतिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद का बिहार की राजनीति में बेहद बड़ा राजनीतिक कद है. खासकर हाजीपुर में रमा निषाद काफी दमदार राजनीतिक खिलाड़ी मानी जाती हैं. इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि जीतने के बाद ज्योत्सना कुमारी ने कहा कि जो भी हुआ वह अच्छा हुआ जो भी होता है वह अच्छा ही होता है. परिवर्तन संसार का नियम है गीता में जो भी लिखा है, वह सच लिखा है. सास को हराया या सांसद पत्नी को इस पर मेरा नो कमेंट है.
जनता ने सीधे किया चुनाव: पहली बार वार्ड पार्षद के साथ मेयर और डिप्टी मेयर सीधे जनता के द्वारा चुना गया है. इसलिए जो लोग पहली बार डिप्टी मेयर और मेयर बने हैं, उनमें खासा उत्साह है. बाबा हरिहर नाथ की धरती सोनपुर से अजय शाह मुख्य पार्षद बने हैं. जबकि उपमुख्य पार्षद पद पर अंजली कुमारी विजय हुई हैं. जीत कर आए पार्षदों में काफी उत्सुकता हैं और उनका कहना है कि विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी. गौरतलब है कि इस बार नगर निगम और नगर निकाय चुनाव में हुए संशोधन के चलते पहली बार ऐसा हुआ है कि वार्ड पार्षद और उपमुख्य वार्ड पार्षद को जनता ने सीधे तौर पर चुना है.