नई दिल्ली : वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार को कहा कि हवाई क्षेत्र में प्रभुत्व और नियंत्रण भविष्य में किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने में महत्वपूर्ण बना रहेगा तथा भारत की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने से संबंधित कोई निर्णय इसकी जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए, न कि विश्व में जो हुआ है, उसके आधार पर. उनकी टिप्पणी परोक्ष रूप से महत्वाकांक्षी थिएटर कमान योजना से संबंधित थी.
एअर चीफ मार्शल ने इसके साथ ही सेना के तीनों अंगों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने पर कोई सही समाधान निकलने का विश्वास भी जताया और उल्लेख किया कि भविष्य की तरफ देखने का समय आ गया है.
उन्होंने एक अग्रणी थिंक टैंक में कहा कि हवाई क्षेत्र में प्रभुत्व और नियंत्रण भविष्य में किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने में महत्वपूर्ण बना रहेगा.
वायुसेना प्रमुख ने विशिष्ट रूप से थिएटर कमान योजना का जिक्र किए बिना कहा, 'जब तक आप हवाई क्षेत्र में दबदबा कायम नहीं करते तब तक आप सफल अभियान नहीं चला सकते और यह जमीनी हकीकत होने के साथ ही किसी भी सफल अभियान की मूलभूत आवश्यकता भी है.'
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत थिएटर कमान योजना पर काम कर रहे हैं, जिसमें कम से कम छह नयी एकीकृत कमानों की परिकल्पना की गई है.
योजना के अनुरूप प्रत्येक थिएटर कमान में थलसेना, नौसेना और वायुसेना की इकाइयां शामिल होंगी तथा वे सभी एक अभियान कमांडर के अधीन किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एकल इकाई के रूप में काम करेंगी.
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एअर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा, 'यह समय है जब हम भविष्य की तरफ देखें. हमें यह नहीं देखना चाहिए कि विगत में विश्व में क्या हुआ है या क्या हो रहा है. हम अपने क्षेत्रों के बारे में जानते हैं और हम जानते हैं कि हम किस दिशा में जा रहे हैं. हमें यह निर्णय करने की आवश्यकता है कि हम क्या करना चाहते हैं.'
(पीटीआई-भाषा)