अगरतला : केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक महीने से अधिक समय से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. देशभर के किसान संगठनों का आंदोलन को समर्थन मिल रहा है. अब ऑल इंडिया कृषक सभा (एआईकेएस) की त्रिपुरा इकाई ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को समर्थन दिया है.
एआईकेएस ने गुरुवार को किसानों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए त्रिपुरा के लोगों से अनुरोध किया कि वे किसान आंदोलन को नैतिक समर्थन दें.
एआईकेएस के प्रदेश सचिव पबित्र कर (Pabitra Kar) ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि किसान संगठनों द्वारा एक प्रस्ताव भी पारित किया गया है.
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पबित्र कर ने त्रिपुरा की भाजपा सरकार पर भी हमला बोला और दावा किया कि भाजपा के शासन में राज्य में किसानों की स्थिति सबसे खराब है. उन्होंने कहा कि 'अमोन' धान की रोपाई का मौसम है, लेकिन बीज की आपूर्ति बाधित हो गई है. आलू की बुआई के मौसम में, किसानों को कोई सरकारी समर्थन नहीं मिलता है.
एआईकेएस एक जनवरी को संविधान प्रतिज्ञा आयोजित करेगा. साथ ही चार जनवरी को नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया है.