मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार (Sharad Pawar) ने गुरुवार को बताया कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिये कृषि विश्वविद्यालय आवश्यक हैं.
पवार महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के तलसांडे में स्थित डी वाई पाटिल कृषि और तकनीकी विश्वविद्यालय (D Y Patil Agriculture and Technical University ) के उद्घाटन समारोह को आनलाइन संबोधित कर रहे थे. पवार ने कहा कि यदि कृषि विकास एवं प्रगति स्पष्ट है तो आर्थिक स्थिति में अपने आप ही सुधार होगा.
भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने और उसके उत्थान के लिये ऐसे विश्वविद्यालयों की आवश्यकता है. ऐसे विश्वविद्यालयों में अनुसंधान के माध्यम से कृषि में नवाचारों और तकनीकी प्रगति से इस क्षेत्र को व्यापक मदद मिलेगी. बिहार, त्रिपुरा एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके डॉ डी वाई पाटिल ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की.
इस विश्वविद्यालय में अकादमिक सत्र 2021-22 से काम काज शुरू हो जायेगा. डी वाई पाटिल समूह के अध्यक्ष डॉ संजय पाटिल ने कहा कि इस विश्वद्यालय की शिक्षा के मुख्य केंद्र में न केवल व्यावहारिक बल्कि प्रायोगिक ज्ञान भी होगा. भविष्य के सभी पहलुओं एवं संभावनाओं पर विचार विमर्श करने के बाद ही यहां पाठ्यक्रम तैयार किया गया है.
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एक बयान में कहा गया है कि विश्वविद्यालय में कृषि विशेषज्ञता में से एक है लेकिन यहां वास्तुकला, प्रबंधन, इंजीनियरिंग और ऐसे अन्य क्षेत्रों में करियर के लिए छात्रों को तैयार करने पर समान रूप से जोर दिया जाता है.
(पीटीआई भाषा)