नई दिल्ली : भारत के कृषि और प्रोसेस फूड एक्सपोर्ट (India's agriculture and processed food export ) ने चालू वित्त वर्ष (current fiscal) के पहले तीन महीनों में देश में दूसरी कोविड लहर के बावजूद 44% से अधिक की वृद्धि दर्ज की.
APEDA बास्केट में उत्पादों का निर्यात (exports of products) पिछले साल अप्रैल-जून में 3.34 बिलियन डॉलर से बढ़कर चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में 4.82 मिलियन डॉलर हो गया.
वाणिज्य मंत्रालय (ministry of commerce) ने कहा, 'चालू वित्त वर्ष के पहली तिमाही के दौरान कृषि और प्रोसेस फूड उत्पादों के निर्यात में भारी उछाल, वित्त वर्ष 2020-21 में निर्यात में वृद्धि की निरंतरता के कारण आया है.
विश्व व्यापार संगठन (world trade organization) के ट्रेड मैप (trade map) के अनुसार वर्ष 2019 में कुल कृषि निर्यात $37 बिलियन के साथ, भारत दुनिया में 9वें स्थान पर है.
अधिकारियों ने कहा कि कृषि निर्यात (agri export) में तेज उछाल ऐसे समय में देखा गया जब कोविड -19 वैश्विक महामारी का प्रकोप अपने चरम पर था.
भारतीय कृषि-निर्यात (Indian agri-exports) के मामले में देश ने वित्त वर्ष 2020-21 (अप्रैल-मार्च) में इसी अवधि की तुलना में डॉलर के मामले में 25% से अधिक और रुपये के मामले में 29% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है.
अधिकारियों को उम्मीद है कि देश चालू वित्त वर्ष में देश के कृषि निर्यात में कुल मिलाकर 15% की वृद्धि दर्ज करने में सक्षम होगा.
त्वरित अनुमानों के अनुसार ताजे फलों और सब्जियों (export of fresh fruits and vegetables) के निर्यात में 9.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि प्रोसेस फूड उत्पादों (processed food products) जैसे अनाज और अन्य प्रोसेस वस्तुओं के निर्यात में इस साल अप्रैल-जून में लगभग 70% की तेज उछाल दर्ज की गई.
पिछले साल अप्रैल-जून के दौरान ताजे फल और सब्जियों का निर्यात 584.5 मिलियन डॉलर का था, जो इस साल अप्रैल-जून में बढ़कर 637.7 मिलियन डॉलर हो गया.
चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में देश ने अन्य अनाज के निर्यात में 415.5% की भारी उछाल दर्ज की, जबकि मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 111.5% की वृद्धि देखी गई.
अन्य अनाज का निर्यात अप्रैल-जून 2020 में 44.9 मिलियन डॉलर से बढ़कर इस साल अप्रैल-जून में 231.4 मिलियन डॉलर हो गया. और मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों का निर्यात पिछले साल अप्रैल-जून में 483.5 मिलियन डॉलर से बढ़कर इस साल अप्रैल-जून में 1022.5 मिलियन डॉलर हो गया.
चावल का निर्यात (export of rice), जिसमें 25.3% की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई, पिछले साल अप्रैल-जून में 1914.5 मिलियन डॉलर से बढ़कर इस साल अप्रैल-जून में 2398.5 मिलियन डॉलर हो गया.
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वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत कृषि और प्रोसेस फूड उत्पादन निर्यात विकास प्राधिकरण (Agriculture and processed food production export Development Authority) भारत के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों में व्यापार-से-व्यवसाय (business-to-business) प्रदर्शनियों का आयोजन कर रहा है.
इसके अलावा, APEDA पंजीकृत भौगोलिक संकेत (registered geographical indications ) टैग वाले खाद्य और कृषि उत्पादों को बढ़ावा दे रहा है और आभासी खरीदार-विक्रेता बैठक आयोजित कर रहा है. APEDAने खाद्य उत्पादों के जीआई टैग प्रमाणन के लिए देश भर में 220 प्रयोगशालाओं को मान्यता दी है.