आगरा : जिले के सिकंदरा इलाके के आवास विकास सेक्टर 14 में काफी संख्या में बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे थे. उन्हाेंने खाली जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी डाल ली थी. कई साल से वे यहां रह रहे थे. आगरा पुलिस कमिश्नरेट पुलिस ने खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर रविवार काे छापेमारी की. इस दौरान 40 बांग्लादेशी पकड़ लिए गए. इनमें 15 पुरुष, 13 महिलाएं और 12 बच्चे हैं. कुछ बांग्लादेशियों के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वीजा भी मिले हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
डीसीपी सिटी विकास कुमार के निर्देश पर सिकंदरा, जगदीशपुरा और हरिपर्वत थाना पुलिस रविवार की सुबह आवास विकास सेक्टर 14 में पहुंची. यहां काफी संख्या में बांग्लादेशियाें ने अपना ठिकाना बना रखा था. कॉलाेनी के खाली प्लॉट में सभी झाेपड़ी डालकर रह रहे थे. ये लाेग आसपास के इलाकाें में मजदूरी पर परिवार का गुजर-बसर कर रहे थे. ये सभी अवैध रूप से रह रहे थे. इनके घराें पर बिजली मीटर से लेकर डीटीएच कनेक्शन तक लगे हुए थे.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशियाें में 15 पुरुष, 13 महिलाओं के अलावा 4 किशोर, 3 माह से लेकर 8 साल तक के 8 बच्चे भी हैं. इनमें से कुछ के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वीजा भी बरामद हुए हैं. इन बांग्लादेशियाें काे यहां लाने वाले सरगना के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि सभी बांग्लादेशी बंगाल बॉर्डर पार करके बिहार के रास्ते से भारत पहुंचे. इसके बाद यूपी में आए. बिहार से आने के दौरान ठेकेदार ने हर एक बांग्लादेशी से 15 से 20 हजार तक की वसूली की.
डीसीपी ने बताया कि इन बांग्लादेशियाें का भारत आने का मकसद क्या था, यहां आने के बाद कौन-कौन से लाेग उनके मददगार रहे, यहां पर उनके पासपाेर्ट, आधार कार्ड और वीजा किसने बनवाए, पुलिस इसके बारे में जानकारी जुटा रही है. इससे पहले भी जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के रुनकता में बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं.छापेमारी के दौरान टीम डीसीपी सिटी की सर्विलांस टीम, इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद शाही, इंस्पेक्टर जगदीशपुरा देवेंद्र पांडे, इंस्पेक्टर हरी पर्वत, अरविंद कुमार आदि शामिल रहे.
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