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Agni Veer Martyr in Siachen : सियाचिन में देश के पहले अग्निवीर की शहादत, सेना ने अक्षय के बलिदान को किया सलाम

सियाचिन में ड्यूटी के दौरान महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण (Agniveer, Gawate Akshay Laxman) की मौत हो गई है. इसको लेकर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शोक जताया है. Indian Army, Siachen glacier

Agni Veer Martyr in Siachen
सियाचिन में देश के पहले अग्निवीर की शहादत
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By PTI

Published : Oct 22, 2023, 4:05 PM IST

Updated : Oct 22, 2023, 8:07 PM IST

नई दिल्ली : सियाचिन में ड्यूटी के दौरान एक अग्निवीर की मौत हो गई. सेना की लेह स्थित 'फायर एंड फ्यूरी कोर' ने रविवार को यह जानकारी दी. सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (Army Chief Gen Manoj Pande) और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण (Agniveer, Gawate Akshay Laxman) की मौत पर शोक व्यक्त किया है.

  • Quartered in snow silent to remain, when the bugle calls they shall rise and march again

    All ranks of Fire and Fury Corps salute the supreme sacrifice of #Agniveer (Operator) Gawate Akshay Laxman, in the line of duty, in the unforgiving heights of #Siachen and offer deepest… pic.twitter.com/1Qo1izqr1U

    — @firefurycorps_IA (@firefurycorps) October 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

काराकोरम पर्वतीय श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि लक्ष्मण की मौत का कारण क्या है.

'फायर एंड फ्यूरी कोर' ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, 'फायर एंड फ्यूरी कोर’ के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.' भारतीय सेना बलिदानी जवान के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में मजबूती से खड़ी है.

बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया की सबसे ऊंची युद्ध चोटी के रूप में जाना जाता है. यहां पर तापमान शून्य से भी नीचे रहता है जिस वजह से ड्यूटी करना आसान नहीं होता है. जून 2022 में भारतीय सेना में अग्निवीर की नियुक्ति शुरू की गई थी. हालांकि इसके तहत सेना में केवल जवानों की तैनाती होगी अधिकारियों की नहीं.

  • The terms of engagement of Agniveers include emoluments in case of demise as a Battle Casualty. Accordingly, the Next of Kin of a deceased battle casualty Agniveer will receive following emoluments- Rs 48 Lakh Non - Contributory Insurance, Ex-gratia of ₹44 Lakh, Seva Nidhi… https://t.co/CRSH2PGXel

    — ANI (@ANI) October 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारी सूत्रों के मुताबिक अग्निवीर की शर्तों के हिसाब से युद्ध में हताहत अग्निवीर के मृतक के निकटतम परिजन को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि (30%), समान योगदान के साथ के अलावा परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए वेतन भी मिलेगा और शेष कार्यकाल और सशस्त्र बल युद्ध हताहत निधि से 8 लाख रुपये सरकार द्वारा दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें - Infiltration on LoC: उरी सेक्टर में एलओसी पर हो रही घुसपैठ को भारतीय सेना ने किया नाका

नई दिल्ली : सियाचिन में ड्यूटी के दौरान एक अग्निवीर की मौत हो गई. सेना की लेह स्थित 'फायर एंड फ्यूरी कोर' ने रविवार को यह जानकारी दी. सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (Army Chief Gen Manoj Pande) और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण (Agniveer, Gawate Akshay Laxman) की मौत पर शोक व्यक्त किया है.

  • Quartered in snow silent to remain, when the bugle calls they shall rise and march again

    All ranks of Fire and Fury Corps salute the supreme sacrifice of #Agniveer (Operator) Gawate Akshay Laxman, in the line of duty, in the unforgiving heights of #Siachen and offer deepest… pic.twitter.com/1Qo1izqr1U

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काराकोरम पर्वतीय श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि लक्ष्मण की मौत का कारण क्या है.

'फायर एंड फ्यूरी कोर' ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, 'फायर एंड फ्यूरी कोर’ के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.' भारतीय सेना बलिदानी जवान के परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में मजबूती से खड़ी है.

बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया की सबसे ऊंची युद्ध चोटी के रूप में जाना जाता है. यहां पर तापमान शून्य से भी नीचे रहता है जिस वजह से ड्यूटी करना आसान नहीं होता है. जून 2022 में भारतीय सेना में अग्निवीर की नियुक्ति शुरू की गई थी. हालांकि इसके तहत सेना में केवल जवानों की तैनाती होगी अधिकारियों की नहीं.

  • The terms of engagement of Agniveers include emoluments in case of demise as a Battle Casualty. Accordingly, the Next of Kin of a deceased battle casualty Agniveer will receive following emoluments- Rs 48 Lakh Non - Contributory Insurance, Ex-gratia of ₹44 Lakh, Seva Nidhi… https://t.co/CRSH2PGXel

    — ANI (@ANI) October 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सरकारी सूत्रों के मुताबिक अग्निवीर की शर्तों के हिसाब से युद्ध में हताहत अग्निवीर के मृतक के निकटतम परिजन को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, अग्निवीर द्वारा योगदान की गई सेवा निधि (30%), समान योगदान के साथ के अलावा परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल के लिए वेतन भी मिलेगा और शेष कार्यकाल और सशस्त्र बल युद्ध हताहत निधि से 8 लाख रुपये सरकार द्वारा दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें - Infiltration on LoC: उरी सेक्टर में एलओसी पर हो रही घुसपैठ को भारतीय सेना ने किया नाका

Last Updated : Oct 22, 2023, 8:07 PM IST
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