देहरादून: आजादी के बाद पहली बार देहरादून में किसी महिला विधायक ने बाजी मारी है. देहरादून कैंट विधानसभा से सविता कपूर बड़ी जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंची हैं. उससे पहले इस सीट पर उनके पति हरबंस कपूर 8 बार विधायक रहे. हाल ही में हरबंस कपूर का निधन हुआ. जिसके बाद उनकी विरासत संभालने की जिम्मेदारी पार्टी ने सविता कपूर को दी. कैंट सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सविता कपूर ने खुद को साबित कर दिया है. जीत के बाद ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की.
देहरादून से पहली बार महिला विधायक के रूप में चुने जाने वाली नवनिर्वाचित विधायक सविता कपूर ने कहा यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि वह जनपद से पहली महिला विधायक बनी हैं. ऐसे में वह महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों और विकास कार्यों की योजनाओं को आगे बढ़ाने में पूर्ण योगदान देंगी. सविता कपूर के मुताबिक, उनके क्षेत्र में दिवंगत हरबंस कपूर ने कई छोटे बड़े विकास कार्य कार्य किये हैं.
हरबंस कपूर का सपना था कि कैंट विधानसभा क्षेत्र में प्रेम नगर में मिनी स्टेडियम और डिग्री कॉलेज का निर्माण कराया जाए. सविता कपूर के मुताबिक उनका अगला लक्ष्य हरबंस कपूर के सपने को पूरा करना है. इससे कैंट विधानसभा क्षेत्र में बच्चों से लेकर नौजवानों को खेलकूद के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. साथ ही पढ़ाई के लिए सरकारी डिग्री कॉलेज भी मिलेगा.
ईटीवी भारत के एक सवाल पर सविता कपूर ने कहा अगर उन्हें पार्टी से कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो उसे वह बखूबी निर्वहन करने को तैयार हैं. देहरादून की शहरी कैंट विधानसभा क्षेत्र महिलाओं और गरीब तबके कि लोगों को लेकर ऐसा स्वरोजगार से जुड़े कार्यक्रम चलाना चाहती हैं, जिनके जरिए रोजगार के अलग-अलग रास्ते खुल सकें. 1989 से लगातार भाजपा प्रत्याशी के रूप में विधायक विजेता का सिलसिला आगे बढ़ाने वाले दिवंगत हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर ने कहा उन्होंने अपने पति के पदचिन्हों पर चलकर नौवीं बार जीत की परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है.
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में जिनको लगानी थी कांग्रेस की नैया पार, उन्हीं के गले पड़ी 'हार'
उन्होंने कहा हरबंस कपूर विकास कार्यों और जनहित के मुद्दों को आगे बढ़ाने के लिए जाने जाते थे, यही कारण रहा उनके जाने के बाद जिस तरह से कैंट विधानसभा सीट से भाजपा आलाकमान ने उनके परिवार पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया. दिवंगत हरबंस कपूर के साथ लंबे समय से काम करने वाले भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष सचिन गुप्ता ने बताया कि दिवंगत कपूर ऐसे जमीनी नेता थे, जिनको आदर्श मानकर राज्य में कई विधायक उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रयास कर रहे हैं. उनकी शालीनता और मधुरता के विपक्षी भी कायल थे. यही कारण है कि आज उनकी पत्नी सविता कपूर को 21,000 मतों से विजय बनाकर मतदाताओं ने उन पर भरोसा जताया है.