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हरियाणा के बाद तेलंगाना ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए अनुरोध किया

तेलंगाना सरकार ने रेलवे बोर्ड से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है. इस संबंध में भारतीय रेलवे ने बताया कि तेलंगाना सरकार के अनुरोध के बाद ऑक्सीजन के लिए 5 खाली टैंकरों को सिकंदराबाद से ओडिशा के अंगुल भेजे जा रहा है.

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Published : Apr 29, 2021, 6:00 PM IST

ऑक्सीजन एक्सप्रेस
ऑक्सीजन एक्सप्रेस

नई दिल्ली : कोविड -19 मामलों में वृद्धि के कारण ऑक्सीजन संकट का सामना कर रहे राज्यों को राहत प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे के निरंतर प्रयास कर रहा है. इस बीच तेलंगाना सरकार ने रेलवे बोर्ड से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है.

गुरुवार को भारतीय रेलवे ने बताया कि तेलंगाना सरकार के अनुरोध के बाद ऑक्सीजन के लिए 5 खाली टैंकरों को सिकंदराबाद से ओडिशा के अंगुल भेजे जा रहा है, जो फिलहाल रास्ते में है और इस ट्रेन के शुक्रवार को अंगुल पहुंचने की उम्मीद है.

तेलंगाना सरकार का यह अनुरोध हरियाणा सरकार द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए रेलवे द्वारा अनुरोध किए जाने के एक दिन बाद आया है. हरियाणा में ऑक्सीजन भेजने के लिए फरीदाबाद से 5 खाली टैंकर लोड करके ओडिशा के राउरकेला भेजे गए हैं.

रेल मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि फरीदाबाद से राउरकेला भेजे गए तक खाली रेक अभी रास्ते में हैं और आज रात तक उनके पहुंचने की उम्मीद है. हरियाणा में ऑक्सीजन ट्रेनों की निरंतर धारा राज्य में कोविड -19 रोगियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी.

इससे पहले आज उत्तर प्रदेश ने अपने पांचवें ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 76.29 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) के 5 टैंकरों से प्राप्त किया. इनमें से एक टैंकर को वाराणसी में उतारा गया जबकि शेष 4 टैंकरों को लखनऊ में उतारा गया.

एक अन्य ट्रेन पहले से ही लखनऊ के रास्ते में है और जिसकी शुक्रवार को पहुंचने की उम्मीद है, अर्थात 30 अप्रैल 2021 को 4 टैंकरों में 33.18 मीट्रिक टन एलएमओ ले जाया जाएगा. ऑक्सीजन टैंकरों के अगले सेट को लाने के लिए एक और खाली रेक को आज लखनऊ छोड़ने की उम्मीद है.

अगले 24 घंटे में ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से विभिन्न राज्यों में लगभग 640 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति पहुंच जाएगी.

बुधवार तक भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश को 202 मीट्रिक टन, महाराष्ट्र को 174 मीट्रिक टन, दिल्ली को 70 मीट्रिक टन और मध्य प्रदेश को 64 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की थी.

रेलवे ने अपने बयान में कहा है कि रेलवे जरूरत के मुताबिक सभी राज्यों को ऑक्सीजन परिवहन सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तैयारी में है. ऑपरेशन के दौरान राज्य रेलवे को टैंकर प्रदान कर रहे हैं.

पढ़ें - डब्ल्यूएचओ करेगा ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, हॉस्पिटल बेड की आपूर्ति

इस दौरान उन्होंने ऑक्सीजन एक्सप्रेस का सामने आने वाली दिक्कतों के बारे में कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन के क्रायोजेनिक कार्गो होने के कारण उसे ले जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी अधिकतम गति सीमा है, इस गति पर ही इसे ले जाया जा सकता है. इसके अलावा अधिकतम एक्सेलेरेशन और डेक्लेरेशन और तरल ऑक्सीजन टैंकरों की उपलब्धता और लोडिंग रैंप प्रतिबंध जैसे परेशानियां सामने आती हैं.

इस दौरान रूट मैपिंग के साथ रूट पर उपलब्ध अधिकतम निकासी का ख्याल रखना होता है.

नई दिल्ली : कोविड -19 मामलों में वृद्धि के कारण ऑक्सीजन संकट का सामना कर रहे राज्यों को राहत प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे के निरंतर प्रयास कर रहा है. इस बीच तेलंगाना सरकार ने रेलवे बोर्ड से ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है.

गुरुवार को भारतीय रेलवे ने बताया कि तेलंगाना सरकार के अनुरोध के बाद ऑक्सीजन के लिए 5 खाली टैंकरों को सिकंदराबाद से ओडिशा के अंगुल भेजे जा रहा है, जो फिलहाल रास्ते में है और इस ट्रेन के शुक्रवार को अंगुल पहुंचने की उम्मीद है.

तेलंगाना सरकार का यह अनुरोध हरियाणा सरकार द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए रेलवे द्वारा अनुरोध किए जाने के एक दिन बाद आया है. हरियाणा में ऑक्सीजन भेजने के लिए फरीदाबाद से 5 खाली टैंकर लोड करके ओडिशा के राउरकेला भेजे गए हैं.

रेल मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि फरीदाबाद से राउरकेला भेजे गए तक खाली रेक अभी रास्ते में हैं और आज रात तक उनके पहुंचने की उम्मीद है. हरियाणा में ऑक्सीजन ट्रेनों की निरंतर धारा राज्य में कोविड -19 रोगियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी.

इससे पहले आज उत्तर प्रदेश ने अपने पांचवें ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 76.29 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) के 5 टैंकरों से प्राप्त किया. इनमें से एक टैंकर को वाराणसी में उतारा गया जबकि शेष 4 टैंकरों को लखनऊ में उतारा गया.

एक अन्य ट्रेन पहले से ही लखनऊ के रास्ते में है और जिसकी शुक्रवार को पहुंचने की उम्मीद है, अर्थात 30 अप्रैल 2021 को 4 टैंकरों में 33.18 मीट्रिक टन एलएमओ ले जाया जाएगा. ऑक्सीजन टैंकरों के अगले सेट को लाने के लिए एक और खाली रेक को आज लखनऊ छोड़ने की उम्मीद है.

अगले 24 घंटे में ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से विभिन्न राज्यों में लगभग 640 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति पहुंच जाएगी.

बुधवार तक भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश को 202 मीट्रिक टन, महाराष्ट्र को 174 मीट्रिक टन, दिल्ली को 70 मीट्रिक टन और मध्य प्रदेश को 64 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की थी.

रेलवे ने अपने बयान में कहा है कि रेलवे जरूरत के मुताबिक सभी राज्यों को ऑक्सीजन परिवहन सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तैयारी में है. ऑपरेशन के दौरान राज्य रेलवे को टैंकर प्रदान कर रहे हैं.

पढ़ें - डब्ल्यूएचओ करेगा ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, हॉस्पिटल बेड की आपूर्ति

इस दौरान उन्होंने ऑक्सीजन एक्सप्रेस का सामने आने वाली दिक्कतों के बारे में कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन के क्रायोजेनिक कार्गो होने के कारण उसे ले जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी अधिकतम गति सीमा है, इस गति पर ही इसे ले जाया जा सकता है. इसके अलावा अधिकतम एक्सेलेरेशन और डेक्लेरेशन और तरल ऑक्सीजन टैंकरों की उपलब्धता और लोडिंग रैंप प्रतिबंध जैसे परेशानियां सामने आती हैं.

इस दौरान रूट मैपिंग के साथ रूट पर उपलब्ध अधिकतम निकासी का ख्याल रखना होता है.

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