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बिहार : हेडमास्टर के कुर्ता-पायजामा वाले वीडियो पर बोले DM- 'मुझे कोई दिक्कत नहीं'

बिहार में लखीसराय के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के हेडमास्टर को कुर्ता पायजामा (Lakhisarai DM on Kurta Payjama) पहनने पर फटकार लगाने का वीडियो वायरल हो रहा है. जिलाधिकारी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान हेडमास्टर को कुर्ते में देख उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. हालांकि बाद में हेडमास्टर ने कहा कि मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है, जबकि सच कुछ और है. पढ़ें पूरी खबर

kurta pyjama controversy
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Published : Jul 13, 2022, 8:45 PM IST

लखीसराय: हेडमास्टर का कुर्ता पायजामा (kurta pyjama controvesry) पहनना जिलाधिकारी को इतना बुरा लग गया कि उन्होंने छात्रों के सामने ही हेडमास्टर की क्लास (Lakhisarai dm scolds headmaster) लगा दी. छात्रों और कैमरे के सामने ही डीएम साहब हेडमास्टर पर चिल्लाने लगे. दरअसल, ये पूरा मामला बिहार के लखीसराय जिले का है. डीएम संजय कुमार सिंह (Lakhisarai DM Sanjay Kumar Singh) 6 जुलाई को कन्या प्राथमिक विद्यालय बालगुदर का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान स्कूल के प्रिंसिपल निर्भय कुमार सिंह के पहनावे को देख जिलाधिकारी भड़क गए.

ये भी पढ़ें: कुर्ता-पायजामा पहने थे हेडमास्टर, लखीसराय DM ने लगाई फटकार.. स्कूली व्यवस्था देख शिक्षकों को भी हड़काया

कुर्ता पायजामा पहनने पर हेडमास्टर को डांटा : संजय कुमार ने प्रिंसिपल को यहां तक कह दिया था कि 'आप टीचर हैं? मुझे लगा आप नेता हैं.' वीडियो में डीएम, प्रिंसिपल से कहते नजर आ रहे हैं कि 'उन्हें लगा कि वे कोई नेता हैं. आप शिक्षक हैं तो शिक्षक की तरह रहिएगा. अपने आपको इस वेशभूषा में रखिएगा तो आप शिक्षक रहने लायक नहीं हैं.'

निरीक्षण करने पहुंचे थे जिलाधिकारी : निरीक्षण के दौरान डीएम संजय कुमार बच्चों के बीच क्लास में भी पहुंचे, जहां बच्चे पढ़ रहे थे. इस दौरान उन्होंने बच्चों को जमीन पर बैठकर पढ़ते देखा. कमरे में बिजली तक नहीं थी. अंधेरे में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. उन्होंने स्कूल ड्रेस भी नहीं पहना था. इसपर जब डीएम ने छात्रों से पूछा तो उन्होंने बताया कि स्कूल ड्रेस नहीं मिला है. क्लासरूम में बल्ब नहीं होने के सवाल पर प्रिसिंपल ने कहा कि 'बिजली बहुत कम रहती है.' प्रिसिंपल का जवाब सुन डीएम का माथा गरम हो गया. उन्होंने प्रिसिंपल को खूब फटकार लगाई.

प्रिसिंपल की सैलरी काटने और सस्पेंड करने का आदेश : कन्या प्राथमिक विद्यालय बालगुदर प्रिसिंपल का नाम निर्भय कुमार सिंह है. उन्होंने कुर्ता पायजामा और गले में गमछा ओढ़ा था. बच्चों और दूसरे शिक्षकों के सामने प्रिसिंपल को डांटने फटकारने के बाद जिलाधिकारी ने उनकी सैलरी काटने और सस्पेंड करने का आदेश भी दे दिया था.

सोशल मीडिया पर DM के खिलाफ गुस्सा : सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बिहार के लखीसराय जिले के डीएम संजय कुमार सिंह के खिलाफ लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ट्विटर पर अधिकतर यूजर डीएम के इस व्यवहार को गलत (School principal wearing kurta pyjama trolled) बता रहे हैं. एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा, 'कुर्ता पायजामा पहने शिक्षक को लखीसराय डीएम द्वारा डांटना पूर्णतः गलत है. देशी पोशाक की प्रशंसा करनी चाहिए.

एक और यूजर ने लिखा- 'डीएम साहब ने गुरु जी का अपमान किया है जो की माफ करने योग्य नहीं है. इनको डीएम किसने बनाया. क्या गुरु जी जींस पहनते होते तो डीएम साहब खुश होते. एक ने ट्वीट कर लिखा- 'डीएम महोदय का व्यवहार बिल्कुल अशोभनीय है. इसे उनके द्वारा अपने सरकारी पद का दुरुपयोग ही कहा जायेगा.'

एजुकेशन ऑफ बिहार नाम के ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किया गया और पूछा गया कि 'क्या भारत में शिक्षकों के कुर्ता-पायजामा पहनने पर रोक है?. क्या कुर्ता-पायजामा पहनने के जुर्म में शो कॉज और वेतन बंद करना उचित है?'. पत्रकार विनोद कापड़ी ने ट्वीट कर कहा कि 'भारत में कुर्ता पायजामा पहनना कब से बैन हो गया, कुर्सी का इतना रौब गलत है. हेडमास्टर के साथ सरेआम बदतमीजी करने वाले डीएम संजय कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.'

DM के सपोर्ट में ट्वीट : दूसरी तरफ कई यूजर्स ने डीएम संजय कुमार सिंह के सपोर्ट में भी ट्वीट किया. एक ने लिखा- 'ये बात सही कहा पदाधिकारी महोदय ने. हेडमास्टर साहब शिक्षक की तरह दिखें, जनप्रतिनिधि की तरह नही. आगे जो करवाई करने की बात है, यह तरीका गलत है, वार्निंग देनी चाहिए. सुधार संभव है.' राहुल नाम के यूजर ने इसके जवाब में लिखा- 'शिक्षक से बच्चे सीखते हैं और शिक्षक ही जब अपने पर्सनैलिटी में नेतागिरी का रूप धारण करेंगे तो फिर बच्चे क्या सीखेंगे. इसलिए जिला अधिकारी जो किया है बहुत बेहतर काम किया है. सभी जिला के अधिकारी को ऐसा काम करना चाहिए ऐसे ऐसे शिक्षक को चिन्हित कर कार्रवाई करना चाहिए.'

DM की सफाई सुनिए: वीडियो वायरल होने के बाद हमने लखीसराय के डीएम संजय कुमार सिंह से उनका पक्ष जाना. उन्होंने बताया कि इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जो हकीकत सोशल मीडिया में दिखाया जा रही है, वो सच नहीं है. स्कूल में बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी. कमरे में न बिजली थी और न पंखा लगा था. बच्चों ने स्कूल ड्रेस भी नहीं पहना था. बच्चें चबूतरे पर बैठकर पढ़ रहे थे.

''हम लोगों ने स्कूल का एक घंटा निरीक्षण किया. इस दौरान पाया कि स्कूल की जो व्यवस्था होनी चाहिए थी वो नहीं थी. हेडमास्टर के द्वारा सही ढंग से काम नहीं किया गया था. हेडमास्टर के कमरे में बिजली दिखी लेकिन किसी क्लासरूम में लाइट या पंखा नहीं था. प्राथमिक विद्यालय था जहां बच्चियां पढ़ रही थीं.'' - संजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी, लखीसराय

कुर्ता पायजामा पर क्या बोले DM : हेडमास्टर के कुर्ता-पायजामा को लेकर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मैंने देखा कि हेडमास्टर के कुर्ते का बटन खुला था. उन्होंने गमछा रखा हुआ था. ऐसे में उन्हें बताया कि ये शिक्षक की पोशाक नहीं है. शिक्षक समाज के लिए आदर्श होता है. जो बच्चे पढ़ते हैं वो आपको अपना आदर्श मानते हैं. आप कुर्ता-पायजामा स्कूल के बाहर पहनिए इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है.

ये भी पढ़ें: ये हुई न DM वाली बात! कभी शिक्षक बन पढ़ाने लगे, तो कभी बच्चों संग बैठ गए खिचड़ी-चोखा खाने

लखीसराय: हेडमास्टर का कुर्ता पायजामा (kurta pyjama controvesry) पहनना जिलाधिकारी को इतना बुरा लग गया कि उन्होंने छात्रों के सामने ही हेडमास्टर की क्लास (Lakhisarai dm scolds headmaster) लगा दी. छात्रों और कैमरे के सामने ही डीएम साहब हेडमास्टर पर चिल्लाने लगे. दरअसल, ये पूरा मामला बिहार के लखीसराय जिले का है. डीएम संजय कुमार सिंह (Lakhisarai DM Sanjay Kumar Singh) 6 जुलाई को कन्या प्राथमिक विद्यालय बालगुदर का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इसी दौरान स्कूल के प्रिंसिपल निर्भय कुमार सिंह के पहनावे को देख जिलाधिकारी भड़क गए.

ये भी पढ़ें: कुर्ता-पायजामा पहने थे हेडमास्टर, लखीसराय DM ने लगाई फटकार.. स्कूली व्यवस्था देख शिक्षकों को भी हड़काया

कुर्ता पायजामा पहनने पर हेडमास्टर को डांटा : संजय कुमार ने प्रिंसिपल को यहां तक कह दिया था कि 'आप टीचर हैं? मुझे लगा आप नेता हैं.' वीडियो में डीएम, प्रिंसिपल से कहते नजर आ रहे हैं कि 'उन्हें लगा कि वे कोई नेता हैं. आप शिक्षक हैं तो शिक्षक की तरह रहिएगा. अपने आपको इस वेशभूषा में रखिएगा तो आप शिक्षक रहने लायक नहीं हैं.'

निरीक्षण करने पहुंचे थे जिलाधिकारी : निरीक्षण के दौरान डीएम संजय कुमार बच्चों के बीच क्लास में भी पहुंचे, जहां बच्चे पढ़ रहे थे. इस दौरान उन्होंने बच्चों को जमीन पर बैठकर पढ़ते देखा. कमरे में बिजली तक नहीं थी. अंधेरे में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. उन्होंने स्कूल ड्रेस भी नहीं पहना था. इसपर जब डीएम ने छात्रों से पूछा तो उन्होंने बताया कि स्कूल ड्रेस नहीं मिला है. क्लासरूम में बल्ब नहीं होने के सवाल पर प्रिसिंपल ने कहा कि 'बिजली बहुत कम रहती है.' प्रिसिंपल का जवाब सुन डीएम का माथा गरम हो गया. उन्होंने प्रिसिंपल को खूब फटकार लगाई.

प्रिसिंपल की सैलरी काटने और सस्पेंड करने का आदेश : कन्या प्राथमिक विद्यालय बालगुदर प्रिसिंपल का नाम निर्भय कुमार सिंह है. उन्होंने कुर्ता पायजामा और गले में गमछा ओढ़ा था. बच्चों और दूसरे शिक्षकों के सामने प्रिसिंपल को डांटने फटकारने के बाद जिलाधिकारी ने उनकी सैलरी काटने और सस्पेंड करने का आदेश भी दे दिया था.

सोशल मीडिया पर DM के खिलाफ गुस्सा : सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बिहार के लखीसराय जिले के डीएम संजय कुमार सिंह के खिलाफ लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ट्विटर पर अधिकतर यूजर डीएम के इस व्यवहार को गलत (School principal wearing kurta pyjama trolled) बता रहे हैं. एक यूजर ने ट्वीट कर लिखा, 'कुर्ता पायजामा पहने शिक्षक को लखीसराय डीएम द्वारा डांटना पूर्णतः गलत है. देशी पोशाक की प्रशंसा करनी चाहिए.

एक और यूजर ने लिखा- 'डीएम साहब ने गुरु जी का अपमान किया है जो की माफ करने योग्य नहीं है. इनको डीएम किसने बनाया. क्या गुरु जी जींस पहनते होते तो डीएम साहब खुश होते. एक ने ट्वीट कर लिखा- 'डीएम महोदय का व्यवहार बिल्कुल अशोभनीय है. इसे उनके द्वारा अपने सरकारी पद का दुरुपयोग ही कहा जायेगा.'

एजुकेशन ऑफ बिहार नाम के ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किया गया और पूछा गया कि 'क्या भारत में शिक्षकों के कुर्ता-पायजामा पहनने पर रोक है?. क्या कुर्ता-पायजामा पहनने के जुर्म में शो कॉज और वेतन बंद करना उचित है?'. पत्रकार विनोद कापड़ी ने ट्वीट कर कहा कि 'भारत में कुर्ता पायजामा पहनना कब से बैन हो गया, कुर्सी का इतना रौब गलत है. हेडमास्टर के साथ सरेआम बदतमीजी करने वाले डीएम संजय कुमार सिंह के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.'

DM के सपोर्ट में ट्वीट : दूसरी तरफ कई यूजर्स ने डीएम संजय कुमार सिंह के सपोर्ट में भी ट्वीट किया. एक ने लिखा- 'ये बात सही कहा पदाधिकारी महोदय ने. हेडमास्टर साहब शिक्षक की तरह दिखें, जनप्रतिनिधि की तरह नही. आगे जो करवाई करने की बात है, यह तरीका गलत है, वार्निंग देनी चाहिए. सुधार संभव है.' राहुल नाम के यूजर ने इसके जवाब में लिखा- 'शिक्षक से बच्चे सीखते हैं और शिक्षक ही जब अपने पर्सनैलिटी में नेतागिरी का रूप धारण करेंगे तो फिर बच्चे क्या सीखेंगे. इसलिए जिला अधिकारी जो किया है बहुत बेहतर काम किया है. सभी जिला के अधिकारी को ऐसा काम करना चाहिए ऐसे ऐसे शिक्षक को चिन्हित कर कार्रवाई करना चाहिए.'

DM की सफाई सुनिए: वीडियो वायरल होने के बाद हमने लखीसराय के डीएम संजय कुमार सिंह से उनका पक्ष जाना. उन्होंने बताया कि इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जो हकीकत सोशल मीडिया में दिखाया जा रही है, वो सच नहीं है. स्कूल में बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी. कमरे में न बिजली थी और न पंखा लगा था. बच्चों ने स्कूल ड्रेस भी नहीं पहना था. बच्चें चबूतरे पर बैठकर पढ़ रहे थे.

''हम लोगों ने स्कूल का एक घंटा निरीक्षण किया. इस दौरान पाया कि स्कूल की जो व्यवस्था होनी चाहिए थी वो नहीं थी. हेडमास्टर के द्वारा सही ढंग से काम नहीं किया गया था. हेडमास्टर के कमरे में बिजली दिखी लेकिन किसी क्लासरूम में लाइट या पंखा नहीं था. प्राथमिक विद्यालय था जहां बच्चियां पढ़ रही थीं.'' - संजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी, लखीसराय

कुर्ता पायजामा पर क्या बोले DM : हेडमास्टर के कुर्ता-पायजामा को लेकर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मैंने देखा कि हेडमास्टर के कुर्ते का बटन खुला था. उन्होंने गमछा रखा हुआ था. ऐसे में उन्हें बताया कि ये शिक्षक की पोशाक नहीं है. शिक्षक समाज के लिए आदर्श होता है. जो बच्चे पढ़ते हैं वो आपको अपना आदर्श मानते हैं. आप कुर्ता-पायजामा स्कूल के बाहर पहनिए इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है.

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