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Bihar Caste Census : CM नीतीश कुमार का ऐलान- 'गणना पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट पब्लिश की जाएगी'

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Published : Apr 15, 2023, 8:38 PM IST

Updated : Apr 15, 2023, 10:06 PM IST

बिहार में जातीय जनगणना को लेकर अभी भी जमकर राजनीति हो रही है. इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. आगे पढ़ें पूरी खबर...

CM Nitish Kumar Etv Bharat
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देखें रिपोर्ट.

पटना : बिहार में शनिवार से जातीय जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की. मुख्यमंत्री ने अपने पुश्तैनी घर जाकर एक सामान्य नागरिक की तरह बिहार जाति आधारित गणना 2023 में भाग लिया और गणना कार्य के दौरान इससे संबंधित सभी आंकड़े दर्ज करवाए. सीएम ने कहा कि बिहार में अच्छे ढंग से जाति आधारित गणना होगी तो इसे देखकर दूसरे राज्य भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे.

ये भी पढ़ें - Bihar Caste Census: जातीय जनगणना का उद्देश्य बिहार को जातियों के दलदल में रखना, समाजशास्त्री ने उठाए सवाल

1 महीने तक चलेगा दूसरे चरण का गणना कार्य : जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पब्लिश किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना 2023 के दूसरे चरण का गणना कार्य 15 अप्रैल से 15 मई 2023 तक चलेगा. उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना से लोगों की जाति के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी. चाहे वो किसी भी जाति का हो, सभी लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलेगी.

''जाति आधारित गणना पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट पब्लिश की जाएगी. एक-एक चीज की जानकारी मिलने से लोगों की क्या स्थिति है, उन सब चीजों की जानकारी लेकर इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी. सभी चीजों की जानकारी मिलने से राज्य के विकास के लिए आगे और काम करेंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

'कई साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक जनगणना नहीं' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "जनगणना कराना केंद्र सरकार का अधिकार है, हमलोग जाति आधारित गणना करवा रहे हैं. लोगों की गिनती कर उनके संबंध में जानकारी लेकर राज्य के विकास और लोगों की सुविधा के लिए काम होगा. पहले हर 10 साल पर जनगणना का काम होता था, लेकिन कई साल गुजर जाने के बाद भी अभी जनगणना नहीं शुरू हुई है. यह आश्चर्य की बात है.''

विधानसभा और विधान परिषद में पेश की जाएगी रिपोर्ट : जाति आधारित गणना का असर आरक्षण के दायरे पर पड़ने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सब बाद की चीज है. एक बार जब जाति आधारित गणना का काम पूरा हो जाएगा तो इस सब चीजों के बार में जो कुछ भी करना होगा वो किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना का काम पूरा होने के बाद इसकी रिपोर्ट विधानसभा और विधान परिषद में पेश की जाएगी. इसके बाद इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. (सोर्स - आईएएनएस)

देखें रिपोर्ट.

पटना : बिहार में शनिवार से जातीय जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की. मुख्यमंत्री ने अपने पुश्तैनी घर जाकर एक सामान्य नागरिक की तरह बिहार जाति आधारित गणना 2023 में भाग लिया और गणना कार्य के दौरान इससे संबंधित सभी आंकड़े दर्ज करवाए. सीएम ने कहा कि बिहार में अच्छे ढंग से जाति आधारित गणना होगी तो इसे देखकर दूसरे राज्य भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे.

ये भी पढ़ें - Bihar Caste Census: जातीय जनगणना का उद्देश्य बिहार को जातियों के दलदल में रखना, समाजशास्त्री ने उठाए सवाल

1 महीने तक चलेगा दूसरे चरण का गणना कार्य : जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पब्लिश किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. उन्होंने कहा कि बिहार जाति आधारित गणना 2023 के दूसरे चरण का गणना कार्य 15 अप्रैल से 15 मई 2023 तक चलेगा. उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना से लोगों की जाति के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी मिलेगी. चाहे वो किसी भी जाति का हो, सभी लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलेगी.

''जाति आधारित गणना पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट पब्लिश की जाएगी. एक-एक चीज की जानकारी मिलने से लोगों की क्या स्थिति है, उन सब चीजों की जानकारी लेकर इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी. सभी चीजों की जानकारी मिलने से राज्य के विकास के लिए आगे और काम करेंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

'कई साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक जनगणना नहीं' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "जनगणना कराना केंद्र सरकार का अधिकार है, हमलोग जाति आधारित गणना करवा रहे हैं. लोगों की गिनती कर उनके संबंध में जानकारी लेकर राज्य के विकास और लोगों की सुविधा के लिए काम होगा. पहले हर 10 साल पर जनगणना का काम होता था, लेकिन कई साल गुजर जाने के बाद भी अभी जनगणना नहीं शुरू हुई है. यह आश्चर्य की बात है.''

विधानसभा और विधान परिषद में पेश की जाएगी रिपोर्ट : जाति आधारित गणना का असर आरक्षण के दायरे पर पड़ने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सब बाद की चीज है. एक बार जब जाति आधारित गणना का काम पूरा हो जाएगा तो इस सब चीजों के बार में जो कुछ भी करना होगा वो किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना का काम पूरा होने के बाद इसकी रिपोर्ट विधानसभा और विधान परिषद में पेश की जाएगी. इसके बाद इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी. (सोर्स - आईएएनएस)

Last Updated : Apr 15, 2023, 10:06 PM IST
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