पुणे : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के केंद्रीय कार्यकारणी में शनिवार को कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं. इन बदलावों के बाद पहली बार एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार की प्रतिक्रिया आयी है. अजीत पवार ने कहा कि इस फैसले में कहीं कोई विरोधाभास नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें चल रही है कि पार्टी ने मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं दी है और मैं इससे नाखुश हूं. यह गलत है. सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर ना तो मुझे और ना ही पार्टी के किसी अन्य सदस्य को कोई एतराज है.
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#WATCH | I am happy with their appointment, says NCP leader Ajit Pawar on the appointment of Supriya Sule and Praful Patel as the party's working presidents. pic.twitter.com/YH98RT7eA4
— ANI (@ANI) June 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) June 10, 2023
अजीत पवार ने दी घटनाक्रम की जानकारी
उन्होंने कहा कि जिस दिन शरद पवार ने इस्तीफा दिया था उसी दिन दो फैसले लिये गये थे. पहला की सभी नेता मिल कर पवार साहब से इस्तीफा वापस लेने की मांग करेंगे. दूसरा, सुप्रिया सुले पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष बनेंगी. अजीत पवार ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि हालांकि, उस समय सभी नेताओं की सहमति यह भी तय हुआ था कि फिलहाल सभी नेता यह कोशिश करेंगे की पवार साहब इस्तीफा वापस लेलें. इस लिए सुप्रीया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा उस समय नहीं की गई.
अजीत बोले- सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति में अच्छा कर रहीं हैं
उन्होंने कहा कि वह मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में रुचि रखते हैं. उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता और राज्य स्तर पर पार्टी का नेता हूं. सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति में अच्छा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रिया की कई वर्षों से दिल्ली की राजनीति को देख और समझ रही हैं. वहां उनकी एक मजबूत स्थिति है. उन्होंने यह भी कहा कि मेरी मुख्य रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में दिलचस्पी है, इसलिए मैंने हमेशा पार्टी में उस बिंदु को साफ किया है. प्रफुल्ल पटेल और मैं 1991 में एक ही समय सांसद बने, लेकिन जैसा कि मुझे राष्ट्रीय राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी, मैंने इस्तीफा दे दिया और राज्य की राजनीति में शामिल हो गया.
शनिवार को राकांपा के स्थापना दिवस पर, पार्टी की ओर से सुप्रिया सुले को राकांपा का कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किय गया. इसके साथ ही उन्हें महाराष्ट्र का प्रभारी भी बना दिया गया. यह पद पहले अजीत पवार के पास था. वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल भी सुले के साथ कार्यकारी अध्यक्ष होंगे. शरद पवार ने पार्टी के स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. इस पार्टी का गठन शरद पवार ने कांग्रेस नेतृत्व से समतभेदों के बाद 1999 में किया था. इस मौके पर पार्टी नेता अजित पवार भी मौजूद थे.
(एएनआई)