न्यूयॉर्क/नई दिल्ली : अफगान-तालिबान संकट पर भारत संयुक्त राष्ट्र सिक्योरिटी काउंसिल में संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत (India's Ambassador to UN) टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अफगान क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी समूहों द्वारा किसी अन्य देश को धमकाने या हमला करने के लिए नहीं किया जाए.
उन्होंने कहा, भारत यदि आतंकवाद के सभी रूपों को लेकर शून्य-सहिष्णुता (zero-tolerance for terrorism) है, तो यह सुनिश्चित किया जाए कि अफगान क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी समूहों (terrorist groups) द्वारा किसी अन्य देश को धमकाने या हमला करने के लिए नहीं किया जाए. इससे अफगानिस्तान के पड़ोसी और क्षेत्र सुरक्षित महसूस करेंगे.
तिरुमूर्ति ने कहा कि अफगानिस्तान के एक पड़ोसी देश के नाते और वहां मौजूदा स्थिति भारत के लिए बहुत चिंता का विषय है. अफगान पुरुष, महिलाएं और बच्चे लगातार भय की स्थिति में जी रहे हैं.
उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट सामने आने से पहले भारत की अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में विकास परियोजनाएं (development projects) चल रही थीं. हम संबंधित पक्षों से कानून और व्यवस्था बनाए रखने, संयुक्त राष्ट्र के राजनयिक और कांसुलर कर्मियों सहित सभी संबंधितों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं.
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संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने आगे कहा कि हमने काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (amid Karzai International Airport) पर बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य देखा है, जिससे लोगों में व्यापक दहशत है. महिलाएं और बच्चे परेशान हैं. हवाई अड्डे सहित शहर से गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं.