बेंगलुरु: एशिया का सबसे बड़ा एयर शो आज से पांच दिनों के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित किया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी येलहंका एयर बेस पर एयर शो का उद्घाटन करने के लिए रविवार रात बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. यहां पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी राजभवन में रुकेंगे. इसके बाद सोमवार सुबह हेलीकॉप्टर से येलहंका के लिए रवाना होंगे. यहां पहुंचकर वह कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और एयरो इंडिया एयर शो का उद्घाटन करेंगे.
इस दौरान वह एयर शो देखेंगे और इसके बाद इंडिया पवेलियन, कर्नाटक पवेलियन जाएंगे. इसके बाद वह यलहंका एयरबेस से वापसी करेंगे. एयर शो 1996 से बेंगलुरु के यालहंका एयर बेस में हर दो साल में आयोजित किया जाता है और अब तक इसके 13 संस्करण आयोजित हो चुके हैं और इस साल इसका 14वां संस्करण है. इस एयर शो में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) पहली बार अगली पीढ़ी के सुपरसोनिक प्रशिक्षण विमान के प्रतिरूप (स्केल मॉडल) का प्रदर्शन करेगा.
कंपनी हिंदुस्तान लीड इन फाइटर ट्रेनर (एचएलएफटी-42) के स्केल मॉडल को एयरो इंडिया 2023 एयर शो में प्रदर्शन करेगी. एचएलएफटी-42 अगली पीढ़ी का सुपरसोनिक प्रशिक्षण विमान है, जो आधुनिक जंगी विमान के प्रशिक्षण में अहम भूमिका निभाएगा. सुपरसोनिक से आशय आवाज की गति से अधिक तेज गति से है. एचएएल की ओर से कहा गया कि इस विमान में एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैंड अरे, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, वायर कंट्रोल प्रणाली द्वारा इंफ्रारेड सर्च एंड ट्रैक विद फ्लाई जैसी आधुनिक विमानन सुविधाएं होंगी.
येलहंका स्थित वायुसेना अड्डे में इस पांच दिवसीय एयरोस्पेस और रक्षा शो में एचएएल की ओर से 15 हेलीकॉप्टर की मदद से‘आत्मनिर्भर फॉर्मेशन उड़ान’ का प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के सभी प्रकार, प्रचंड हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर और हल्के यूटिलिटी हेलीकॉप्टर शामिल होंगे.
एचएएल का मुख्यालय बेंगलुरु में हैं. कंपनी की ओर से कहा गया कि अपने इनडोर पवेलियन में एचएएल का प्रमुख आकर्षण भारतीय मल्टी रोल हेलीकॉप्टर का स्केल मॉडल, अगली पीढ़ी का एचएलएफटी-42 और एलसीए एमके 2, हिंदुस्तान टर्बो-शाफ्ट इंजन-1200, आरयूएवी, एलसीए ट्रेनर और हिंदुस्तान-228 के मॉडल होंगे.