ETV Bharat / bharat

ETV भारत का रियलिटी चेक : मुंबई के अस्पतालों में O2 की ये है हकीकत

author img

By

Published : May 8, 2021, 4:59 PM IST

देश में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन, बेड से लेकर बुनियादी सुविधाओं की भारी किल्लत है. लेकिन इस बीच मुंबई में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है या नहीं, जानते है ईटीवी भारत के किए गए रियलिटी चेक में...

availability of oxygen
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन

मुंंबई : महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पूरा देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से परेशान है. ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों में बेड की किल्लत होने से एक नई समस्या खड़ी हो गई है. वहीं ऑक्सीजन भंडारण पर मुंबई महानगर पालिका द्वारा किए गए काम को सुप्रीम कोर्ट ने भी सराहा है. मौजूदा समय में मुंबई के सभी कोविड केंद्रों में ऑक्सीजन उपलब्ध है.

मुलुंड कोविड केंद्र

मुलुंड में जम्बो कोविड केंद्र के पास कुल 1650 बेड हैं. 100 से ज्यादा बेड खाली हैं और वहां 700 ऑक्सीजन बेड ऑक्सीजन सप्लाई के साथ उपलब्ध हैं. फिलहाल यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. जम्बो कोविड केंद्र के डॉक्टर अभय नायक ने बताया की नगरपालिका ने उचित तैयारी की है.

बीकेसी कोविड केंद्र

बीकेसी कोविड केंद्र के प्रमुख डॉ राजेश डेरे ने कहा कि बीकेसी कोविड केंद्र चरण 1 में प्रति दिन 7.14 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और टैंक 14.81 मीट्रिक टन है. जबकि प्रति दिन 7.14 मीट्रिक टन का उपयोग किया जा रहा है, 5.38 मीट्रिक टन ऑक्सीजन नगर पालिका से उपलब्ध कराई जाती है. यह टैंक में 11.97 मीट्रिक टन ऑक्सीजन छोड़ता है. वहीं, चरण 2 में भी, टैंक 14.81 मीट्रिक टन के है और ये टैंक भी हमेशा भरे हुए होते हैं

पढ़ेंः पाबंदी में ढील से गहरा सकता है महामारी का संकट : डब्ल्यूएचओ

NESCO कोविड केंद्र

फिलहाल, गोरेगांव के NESCO कोविड केंद्र में कोरोना मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है. इसलिए, आज की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यह केंद्र प्रति दिन 13.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेता है. इस कोविड केंद्र में 13,000 किलोलीटर के दो बड़े टैंक हैं, जिसमें चार दिनों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन रहती है. इसलिए, यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. डॉ नीलम एंड्रेड ने जानकारी दी है कि केंद्र के पास 1200 ऑक्सीजन सिलेंडर का भंडार है.

मुंंबई : महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पूरा देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से परेशान है. ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों में बेड की किल्लत होने से एक नई समस्या खड़ी हो गई है. वहीं ऑक्सीजन भंडारण पर मुंबई महानगर पालिका द्वारा किए गए काम को सुप्रीम कोर्ट ने भी सराहा है. मौजूदा समय में मुंबई के सभी कोविड केंद्रों में ऑक्सीजन उपलब्ध है.

मुलुंड कोविड केंद्र

मुलुंड में जम्बो कोविड केंद्र के पास कुल 1650 बेड हैं. 100 से ज्यादा बेड खाली हैं और वहां 700 ऑक्सीजन बेड ऑक्सीजन सप्लाई के साथ उपलब्ध हैं. फिलहाल यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. जम्बो कोविड केंद्र के डॉक्टर अभय नायक ने बताया की नगरपालिका ने उचित तैयारी की है.

बीकेसी कोविड केंद्र

बीकेसी कोविड केंद्र के प्रमुख डॉ राजेश डेरे ने कहा कि बीकेसी कोविड केंद्र चरण 1 में प्रति दिन 7.14 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और टैंक 14.81 मीट्रिक टन है. जबकि प्रति दिन 7.14 मीट्रिक टन का उपयोग किया जा रहा है, 5.38 मीट्रिक टन ऑक्सीजन नगर पालिका से उपलब्ध कराई जाती है. यह टैंक में 11.97 मीट्रिक टन ऑक्सीजन छोड़ता है. वहीं, चरण 2 में भी, टैंक 14.81 मीट्रिक टन के है और ये टैंक भी हमेशा भरे हुए होते हैं

पढ़ेंः पाबंदी में ढील से गहरा सकता है महामारी का संकट : डब्ल्यूएचओ

NESCO कोविड केंद्र

फिलहाल, गोरेगांव के NESCO कोविड केंद्र में कोरोना मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है. इसलिए, आज की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यह केंद्र प्रति दिन 13.5 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेता है. इस कोविड केंद्र में 13,000 किलोलीटर के दो बड़े टैंक हैं, जिसमें चार दिनों के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन रहती है. इसलिए, यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. डॉ नीलम एंड्रेड ने जानकारी दी है कि केंद्र के पास 1200 ऑक्सीजन सिलेंडर का भंडार है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.