उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर एक बार फिर शाही शादी का गवाह बन रहा है. बॉलीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा और आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा 24 सितंबर को सात फेरे लेंगे. दूल्हा-दुल्हन शुक्रवार को उदयपुर पहुंच चुके हैं. इसके बाद अब शनिवार से शादी की रस्में शुरू होंगी. चूड़ा रस्म के साथ शुभ मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत होगी. आपको बताते हैं कि पंजाब में चूड़ा रस्म शादी से पहले क्यों निभाई जाती है और इसका क्या महत्व है?
शादी में चूड़ा रस्म का विशेष महत्व : परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की शादी पंजाबी कल्चर के अनुसार हो रही है. पंजाबी दुल्हन के हाथों में कांच की चूड़ियां नहीं बल्कि पंजाबी चूड़ा होता है. पंजाब में चूड़ा रस्म का विशेष महत्व है. दुल्हन के मामा दुल्हन को अपने हाथों से चूड़ा पहनाते हैं. परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की शादी से पहले यह रस्म बहुत धूमधाम के साथ मनाई जाएगी. यह रस्म लीला पैलेस में ढोल बाजे के साथ निभाई जाएगी. इस चूड़ा रस्म का थीम 'प्यार से सजाएं' है. इस सेरेमनी को परिवार वाले 'परी का चुरा सेरेमनी' कह रहे हैं. वहीं, प्रियंका चोपड़ा ने भी अपनी बहन को शादी से पहले शुभकामनाएं दी है.
चूड़ा सेरेमनी होटल लीला पैलेस में होगी. जहां यह सेरेमनी होगी वह लीला पैलेस का सबसे महंगा रूम बताया जाता है, जिसका किराया 10 लाख रुपए तक का बताया गया है. परिणीति के लिए महाराणा सुईट बुक किया गया है. वही, राघव की डिमांड पर एक विंटेज कर भी मंगाई गई है. इसे दिल्ली और अन्य राज्यों से आए फूलों से सजाया जा रहा है. शुक्रवार को उदयपुर पहुंचने पर परिणीति और राघव ने मेहंदी लगवाई.
इस तरह होती है रस्म : उदयपुर की सिख कॉलोनी की रहने वाली मीना अरोड़ा ने बताया कि पंजाबी शादी में चूड़ा रस्म काफी खास होती है. इसे दुल्हन के मामा लेकर आते हैं. इस रस्म को सुबह अदा किया जाता है. उन्होंने बताया कि पाठ और अरदास करके इस रस्म की शुरुआत की जाती है. इस दौरान दुल्हन को बिठाया जाता है. इसके बाद उसके लछा बांधा जाता है. इस रस्म अदायिगी से पहले कुछ नहीं खाया जाता है.
11 दिन से लेकर सवा साल तक पहना जाता है चूड़ा : इसके बाद मामा चूड़ा पहनाता है. इस दौरान दुल्हन की आंखें बंद रहती हैं, वह चूड़े को नहीं देखती. इस रस्म के पूरा होने के बाद मामा सब का मुंह मीठा कराता है. साथ ही वह दुल्हन को भेंट भी देता है. इस दौरान दुल्हन के माता-पिता भी मामा को भेंट देते हैं. मीना अरोड़ा ने बताया कि पंजाबी रिवाज के हिसाब से दुल्हन को 11 दिन, 21 दिन या सवा महीना तक चूड़ा पहनना होता है. उन्होंने बताया कि आजकल कई लड़कियां 6 महीने या सवा साल तक भी चूड़ा पहनती हैं. चूड़ा शादीशुदा होने का प्रतीक है. साथ ही इसे समृद्धि का संकेत भी माना जाता है.
24 सितंबर को राघव और परिणीति लेंगे सात फेरेः परिणीति और राघव चड्ढा शुक्रवार को परिजनों के साथ उदयपुर पहुंच गए हैं. दोनों लोग अलग-अलग होटल में रुके हुए हैं. परिणीति चोपड़ा जहां उदयपुर के खूबसूरत लीला पैलेस में रुकी हुई हैं. वहीं, राघव उदयपुर के पिछोला झील के बीचों-बीच स्थित ताज लेक पैलेस में रुके हुए हैं. 23 सितंबर को सबसे पहले चूड़ा सेरेमनी से सभी रस्मों का आगाज होगा. सुबह 10 बजे चूड़ा रस्म का प्रोग्राम रखा गया है.
मेहमान बनेंगे चार राज्यों के मुख्यमंत्रीः इस शाही शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शनिवार को उदयपुर आएंगे. वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शादी में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा करीब 150 से ज्यादा मेहमान इस शादी में शामिल होंगे.
यह है शादी का कार्यक्रमः 24 सितंबर को दोपहर 1 बजे ताज लेक पैलेस में राघव चड्ढा की सेहराबंदी होगी. दोपहर 2 बजे ताज लेक पैलेस से बारात निकलेगी. लीला पैलेस में अपराह्न 3:30 बजे जयमाल होगा. शाम 4 बजे फेरे होंगे और फिर 6.30 बजे परिणीति चोपड़ा की विदाई होगी. 24 सितंबर की रात को 8.30 बजे कोर्टयार्ड में एक रिसेप्शन रखा गया है. इसके बाद 30 सितंबर को चंडीगढ़ के होटल ताज में भी एक और रिसेप्शन रखा गया है. परिणीति और राघव चड्ढा की शादी में बॉलीवुड के कई सेलिब्रिटी के साथ ही नेता भी जुटेंगे.