नई दिल्ली : साल 2021 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) ने जम्मू-कश्मीर में 54 लोगों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा 2021 में NIA ने आतंक से संबंधित (NIA operations in 2021) घटनाओं के संबंध में आठ मामले दर्ज किए गए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि आतंकवाद के खिलाफ काम करने वाली एजेंसी- एनआईए ने 2021 में पूरे क्षेत्र में 5 अलग-अलग मामले दर्ज करने के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों के नौ लोगों को भी गिरफ्तार किया.
एनआईए से जुड़े अधिकारी ने कहा, 'पंजाब में 40 लोगों की गिरफ्तारी के अलावा नौ मामले दर्ज किए गए. उन्होंने बताया कि इस साल, एनआईए की विशेष अदालत ने 22 केसों पर फैसला सुनाया है. इन मामलों में 57 आरोपियों को दोषी ठहराया गया है.
गौरतलब है कि एनआईए को मानव तस्करी, नकली मुद्रा का प्रचलन, प्रतिबंधित हथियारों का निर्माण और बिक्री, साइबर आतंकवाद राशि अन्य जैसे अन्य अपराधों की जांच करने की शक्ति भी दी गई है. बता दें कि एनआईए ने केरल सोना तस्करी रैकेट से संबंधित एक मामले में 5 जनवरी को चार्जशीट दायर की थी.
वर्ष 2021 के दौरान, एनआईए ने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में माओवादी, आतंक से संबंधित घटनाओं से संबंधित मामलों की भी जांच की है.
नई दिल्ली में इजराइल दूतावास के पास हुए बम विस्फोट की जांच का जिम्मा भी एनआईए को मिला. सितंबर में मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के बाहर बरामद हुए विस्फोटक (एंटीलिया मामले) में भी NIA ने चार्जशीट दाखिल की.
वर्ष के समापन से पहले एनआईए ने गुरुवार को श्रीनगर में तलाशी के दौरान द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया. पकड़े गए शख्स पर जम्मू-कश्मीर के युवाओं को हिंसक गतिविधियों का संचालन करने के लिए कट्टरपंथी बनाने, प्रेरित करने और भर्ती करने के लिए रची गई साजिश से जुड़े होने के आरोप हैं.
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बता दें कि एनआईए का गठन 2008 में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले (Mumbai terror attack) के बाद हुआ था. एनआईए का क्षेत्राधिकार एनआईए (संशोधन) अधिनियम, 2019 के बाद बढ़ाया गया. इस कानून के तहत एनआईए को भारत के बाहर किए गए अनुसूचित अपराधों की जांच करने की शक्ति भी मिलती है. इसमें विदेशों में भारतीयों और भारतीय हितों को लक्षित करने वाले आतंकवादी हमलों की जांच शामिल है.