अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में मंगलवार रात से शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा में बुधवार को हनुमान गुफा के पास भीड़ के दबाव के कारण भगदड़ मच गई, जिससे 12 श्रद्धालु घायल हो गए. घायल श्रद्धालुओं को इलाज के लिए श्री राम अस्पताल अयोध्या में भर्ती कराया गया, जिनमें से एक की हालत गंभीर देखते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया है. जबिक चार महिला श्रद्धालुओं का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अन्य श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया.
पुलिस के मुताबिक मंगलावर रात 12:48 से शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा शुरू हुई थी. बुधवार को हनुमान गुफा में अचानक भीड़ के दबाव के कारण अफरा-तफरी मच गई. इसके चलते लगभग 12 श्रद्धालु घायल हो गए. कुछ घायलों को श्री राम अस्पताल अयोध्या ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनको घर भेज दिया गया. वहीं, गंभीर रूप से घायल 5 महिलाओं को जिला चिकित्सालय भेजा गया. इसमें एक की हालत गंभीर होने के कारण लखनऊ रेफर कर दिया गया है.
घायलों में बिट्टी (70) पत्नी साधु राम अवस्थी निवासी किशनगंज जिला बहराइच, रामादेवी(70) पत्नी आज्ञाराम त्रिवेदी निवासी नतोहरा बहराइच, कीर्ति कुमारी(40) पत्नी राम नरेश मिश्रा निवासी पखरपुर जिला बहराइच, कल्याना(60) पत्नी रामकेवल निवासी रामापुर थाना फखरपुर जिला बहराइच और सावित्री(60) पत्नी सुंदरलाल निवासी नवसहरा जनपद बहराइच. घायल सावित्री की हालत गंभीर देखते हुए लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है. अन्य चार महिलाओं का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है.
परिक्रमा में हादसे का शिकार हुईं रामादेवी ने बताया कि 'परिक्रमा के दरमियान पीछे से भीड़ का दबाव बना. इससे हम पांच महिलाएं गिर गईं. परिक्रमा कर रहे हैं लोग हम लोगों के ऊपर से गुजर गए. इसके बाद स्थानीय लोगों ने हम लोगों को बचाया. हम लोगों में से एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे लखनऊ रेफर किया गया है'.
घटना की शिकार दूसरी महिला कीर्ति ने बताया कि 'पुलिस ने भीड़ को रोका था. इसके बावजूद भी पीछे से भीड़ का दबाव आया इसके बाद हम लोग गिर पड़े और हम लोगों के ऊपर से लोग चढ़ते हुए चले गए. हम लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए बहुत गुहार लगाई, लेकिन जब लगा कि अब कुछ नहीं कर सकते तब शरीर से आवाज निकलना भी बंद हो गई़'.
जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉक्टर चंद्रभूषण नाथ त्रिपाठी ने बताया कि परिक्रमा मेले के दरमियान भीड़ के दबाव के कारण पांच महिलाएं जिला अस्पताल सुबह 4:00 बजे लाई गई थी. इनमें चार तो सामान्य रूप से घायल थी, लेकिन एक महिला के सिर और आंख में चोट आई थी. इसकी वजह से उसे रेफर किया गया है. बाकी चार महिलाओं का इलाज किया गया, जो अब पूर्ण रुप से स्वस्थ हैं और उनको डिस्चार्ज किया जा रहा है. रामादेवी बिट्टी कल्याण कीर्ति का इलाज जिला अस्पताल में किया गया, जो पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. डिस्चार्ज किया जा रहा है.
बता दें कि अयोध्या की चतुर्दिक 14 कोस की परिधि में होने वाली विश्व प्रसिद्ध 14 कोसी परिक्रमा (14 Kosi Parikrama in ayodhya) शुरू हो गई है. मध्य रात्रि 12:48 पर लाखों श्रद्धालुओं ने राम नाम संकीर्तन जाप करते हुए यह परिक्रमा शुरू की है. 45 किलोमीटर से अधिक दूरी की इस लंबी परिक्रमा पथ पर एक साथ लाखों कदम आस्था की डगर पर चल पड़े हैं. बुधवार रात 10:33 बजे इस परिक्रमा का समापन होगा. इस बीच इस परिक्रमा में लाखों श्रद्धालु अक्षय तृतीय के पुण्य नक्षत्र में इस परिक्रमा में शामिल हैं. नंद नगरी के चतुर्दिक होने वाली इस परिक्रमा का विशेष महत्व माना जाता है.