ETV Bharat / bharat

फरार स्वामी नित्यानंद ने फेसबुक पोस्ट कर कहा- मरा नहीं, समाधि में हूं, 27 डॉक्टर कर रहे इलाज

फरार स्वामी नित्यानंद का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. इस पोस्ट में भगौड़े नित्यानंद ने उन सूचनाओं का खंडन किया है जिसमें उनकी मौत की बात कही गई है. पोस्ट में नित्यानंद ने कहा कि मौत की अफवाह फर्जी है. नित्यानंद ने कहा कि मैं जिंदा हूं और 27 डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे हैं.

स्वामी नित्यानंद
स्वामी नित्यानंद
author img

By

Published : May 13, 2022, 8:09 AM IST

चेन्नई : फरार स्वामी नित्यानंद का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. इस पोस्ट में भगौड़े नित्यानंद ने उन सूचनाओं का खंडन किया है जिसमें उनकी मौत की बात कही गई है. पोस्ट में नित्यानंद ने कहा कि मौत की अफवाह फर्जी है. नित्यानंद ने कहा कि मैं जिंदा हूं और 27 डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे हैं. नित्यानंद कई मामलों में वांछित है. लेकिन वह देश छोड़कर एक अलग द्वीप में रह रहा है. उसने उस द्वीप का नाम कैलासा रखा है. वह वहीं से अपने शिष्यों को इंटरनेट के माध्यम से संबोधित करता है.

अचानक कुछ दिन पहले यह अफवाह उड़ी कि खराब तबीयत के कारण नित्यानंद का निधन हो गया. इस अफवाह का जवाब फरार नित्यानंद ने एक फेसबुक पोस्ट से दिया है. नित्यानंद ने लिखा कि मैं मरा नहीं हूं लेकिन मैं समाधि में हूं'. उसने एक बिस्तर पर बैठे हुए एक तस्वीर भी अपलोड की है. उसने लिखा है कि नफरत फैलाने वालों से बचने के लिए मैं समाधी में हूं. मैं अपने शिष्यों को बताना चाहता हूं, मैं समाधि हूं लेकिन मरा नहीं हूं. सत्संग की क्षमता में समय लगेगा' नित्यानंद ने कहा.

उसकी तरफ से साझा की गई जानकारी के मुताबिक वह लोगों, नामों और जगहों की पहचान नहीं कर पा रहा है. इलाज अभी जारी है. 27 डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. उन्होंने अपने हाथ से लिखे नोट की एक तस्वीर और एक फोटो अपलोड की है, यह पोस्ट 11 मई की है. कैलासा की आधिकारिक वेबसाइट दैनिक आधार पर फ़ोटो और वीडियो अपडेट कर रही है, लेकिन माना जाता है कि यह पहले से रिकॉर्डेड फुटेज है. कुछ लोगों का कहना है कि कैलासा आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और नित्यानंद की स्वास्थ्य की जानकारी रहस्य बनी हुई है.

पढ़ें: विशेष लेखः नित्यानंद पर सस्पेंसः ईक्वाडोर का दावा- हैती में है स्वामी

स्वामी नित्यानंद एक स्वयंभू संत हैं, जो देश भर में कई आश्रम चलाते हैं और एक धार्मिक संगठन नित्यानंद ध्यानपीतम के प्रमुख हैं. उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध एक वीडियो के अनुसार, नित्यानंद ने 12 साल की उम्र में 'ज्ञानोदय' प्राप्त किया था. वीडियो उन्हें हिंदू धर्म के आध्यात्मिक नेता के रूप में पेश करता है और दावा करता है कि वह 47 देशों में उसके केंद्र हैं. नित्यानंद साल 2019 में उस समय चर्चा में आया जब तमिलनाडु के एक दंपति ने गुजरात उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके बच्चों को अहमदाबाद में उनके आश्रम में अवैध रूप से बंद करके रखा गया है. पुलिस ने अनुयायियों से चंदा लेने के लिए बच्चों के अपहरण और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

बाद में पुलिस ने बताया कि वह देश छोड़कर भाग गया है. 2010 में, नित्यानंद का एक वीडियो स्थानीय समाचार चैनलों पर सामने आया था जिसमें उन्हें कथित तौर पर एक तमिल अभिनेत्री के साथ आपत्ति जनक स्थिति में दिख रहा था. उन्होंने उस समय अपना बचाव करते हुए कहा था कि वह केवल 'शवासन का अभ्यास' कर रहा था और वह नपुंसक है. इस मामले में उसके खिलाफ बेंगलुरु में केस दर्ज कर 21 अप्रैल, 2010 को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से गिरफ्तार कर किया गया था. हालांकि बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया. इस घटना के दो साल बाद एक अमेरिकी मूल की महीला ने दावा किया कि नित्यानंद ने पांच साल तक उसके साथ दुर्व्यवहार किया.

चेन्नई : फरार स्वामी नित्यानंद का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. इस पोस्ट में भगौड़े नित्यानंद ने उन सूचनाओं का खंडन किया है जिसमें उनकी मौत की बात कही गई है. पोस्ट में नित्यानंद ने कहा कि मौत की अफवाह फर्जी है. नित्यानंद ने कहा कि मैं जिंदा हूं और 27 डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे हैं. नित्यानंद कई मामलों में वांछित है. लेकिन वह देश छोड़कर एक अलग द्वीप में रह रहा है. उसने उस द्वीप का नाम कैलासा रखा है. वह वहीं से अपने शिष्यों को इंटरनेट के माध्यम से संबोधित करता है.

अचानक कुछ दिन पहले यह अफवाह उड़ी कि खराब तबीयत के कारण नित्यानंद का निधन हो गया. इस अफवाह का जवाब फरार नित्यानंद ने एक फेसबुक पोस्ट से दिया है. नित्यानंद ने लिखा कि मैं मरा नहीं हूं लेकिन मैं समाधि में हूं'. उसने एक बिस्तर पर बैठे हुए एक तस्वीर भी अपलोड की है. उसने लिखा है कि नफरत फैलाने वालों से बचने के लिए मैं समाधी में हूं. मैं अपने शिष्यों को बताना चाहता हूं, मैं समाधि हूं लेकिन मरा नहीं हूं. सत्संग की क्षमता में समय लगेगा' नित्यानंद ने कहा.

उसकी तरफ से साझा की गई जानकारी के मुताबिक वह लोगों, नामों और जगहों की पहचान नहीं कर पा रहा है. इलाज अभी जारी है. 27 डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं. उन्होंने अपने हाथ से लिखे नोट की एक तस्वीर और एक फोटो अपलोड की है, यह पोस्ट 11 मई की है. कैलासा की आधिकारिक वेबसाइट दैनिक आधार पर फ़ोटो और वीडियो अपडेट कर रही है, लेकिन माना जाता है कि यह पहले से रिकॉर्डेड फुटेज है. कुछ लोगों का कहना है कि कैलासा आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और नित्यानंद की स्वास्थ्य की जानकारी रहस्य बनी हुई है.

पढ़ें: विशेष लेखः नित्यानंद पर सस्पेंसः ईक्वाडोर का दावा- हैती में है स्वामी

स्वामी नित्यानंद एक स्वयंभू संत हैं, जो देश भर में कई आश्रम चलाते हैं और एक धार्मिक संगठन नित्यानंद ध्यानपीतम के प्रमुख हैं. उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध एक वीडियो के अनुसार, नित्यानंद ने 12 साल की उम्र में 'ज्ञानोदय' प्राप्त किया था. वीडियो उन्हें हिंदू धर्म के आध्यात्मिक नेता के रूप में पेश करता है और दावा करता है कि वह 47 देशों में उसके केंद्र हैं. नित्यानंद साल 2019 में उस समय चर्चा में आया जब तमिलनाडु के एक दंपति ने गुजरात उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके बच्चों को अहमदाबाद में उनके आश्रम में अवैध रूप से बंद करके रखा गया है. पुलिस ने अनुयायियों से चंदा लेने के लिए बच्चों के अपहरण और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया था.

बाद में पुलिस ने बताया कि वह देश छोड़कर भाग गया है. 2010 में, नित्यानंद का एक वीडियो स्थानीय समाचार चैनलों पर सामने आया था जिसमें उन्हें कथित तौर पर एक तमिल अभिनेत्री के साथ आपत्ति जनक स्थिति में दिख रहा था. उन्होंने उस समय अपना बचाव करते हुए कहा था कि वह केवल 'शवासन का अभ्यास' कर रहा था और वह नपुंसक है. इस मामले में उसके खिलाफ बेंगलुरु में केस दर्ज कर 21 अप्रैल, 2010 को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से गिरफ्तार कर किया गया था. हालांकि बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया. इस घटना के दो साल बाद एक अमेरिकी मूल की महीला ने दावा किया कि नित्यानंद ने पांच साल तक उसके साथ दुर्व्यवहार किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.